इंदौर। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण शहर और जिले के पेट्रोल पंपों पर गड़बड़ाई पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति पटरी पर आ गई है। रविवार को पंपों पर मची अफरातफरी के बाद प्रशासन और पुलिस ने सोमवार को मैदान संभाला। पेट्रोलियम कंपनियों के मांगलिया स्थित डिपो पर आला अधिकारियों की निगरानी में पंप संचालकों के टैंकर भरवाए गए। मांगलिया डिपो से तीनों पेट्रोलियम कंपनियों ने 328 टैंकर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति की। इनमें 172 टैंकर ईंधन इंदौर जिले में सप्लाई किया गया। बाकी आसपास के जिलों में भेजा गया। इंदौर जिले की औसत सप्लाई से 50 प्रतिशत अधिक है। सर्वाधिक 77 टैंकर इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन लि. (आईओसीएल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (एचपीसीएल) से 53, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (बीपीसीएल) से 42 टैंकर पेट्रोल-डीजल भरा गया। सुबह आठ बजे से सिलसिला चलता रहा। अपर कलेक्टर बीबीएस तोमर, अजयदेव शर्मा, एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने व्यवस्था संभाली।
हर डिपो के गेट पर इंट्री के लिए तैनात थे पुलिस जवान
सांवेर थाना टीआई बृजेंद्रसिंह चौहान सहित खुड़ैल और शिप्रा टीआई को तीनों कंपनियों के अलग-अलग डिपो पर तैनात किया गया था। वे पुलिस बल के साथ डिपो में आने-जाने वाले टैंकरों का इंतजाम देख रहे थे। हर डिपो के गेट पर दो-दो पुलिस जवान टैंकरों की इंट्री कर रहे थे।
हड़ताल से हरकत में सरकार, अंचल में हालात बिगड़े
त्योहारों के मौके पर प्रदेश में ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल से सरकार हरकत में आ गई है। कलेक्टरों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट कर दिया गया है। परिवहन और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। वहीं खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग की प्रमुख सचिव नीलम शमी राव ने कहा कि डीलरों को पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखना जरूरी है। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। ट्रांसपोर्टर्स हड़ताल से मालवा निमाड़ अंचल के शहरों में स्थिति बिगड़ने लगी है। उज्जैन, शाजापुर, खंडवा, खरगोन, झाबुआ में पंपों पर लंबी कतारें लगी।