सागर : मध्य प्रदेश के सागर जिले के खुरई विधानसभा क्षेत्र के बरोदिया नोनागिर में एक युवक की नृशंस हत्या और उसकी मां की पिटाई की घटना ने राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है. आज पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस घटना में शिकार हुए अनुसूचित वर्ग के युवक नितिन अहिरवार की मां और बहन से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा में शिवराज सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह को जमकर घेरा और उनकी बर्खास्तगी की मांग की. करीब एक घंटे बंद कमरे में पीड़ितों से मुलाकात की.
इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बसपा प्रमुख मायावती और कमलनाथ सहित अनेक नेता आलोचना कर चुके हैं. सागर जिले के बरोदिया नोनागीर में 24 अगस्त को नितिन अहिरवार की दबंगों ने मारपीट कर हत्या कर दी थी. घटना में मृतक की मां भी घायल हुईं. इसमें बीजेपी नेता भी शामिल हैं. छेड़छाड़ की घटना के मामले में आरोपी राजीनामा करने के लिए दवाब बना रहे थे. पूरा मामला शिवराज सरकार के कद्दावर मंत्री और नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के क्षेत्र खुरई का है.
मंत्री की बर्खास्तगी हो
दिग्विजय सिंह ने मिडिया से चर्चा करते हुए कहा यदि पीएम मोदी और सीएम संत रविदास के सच्चे अनुयाई है तो मंत्री भूपेंद्र सिंह को बर्खास्त करे. प्रधानमंत्री सागर में संत रविदास के मंदिर बनाते है और उनके दल के लोग रविदास के अनुयायियों पर अत्याचार कर रहे हैं. ऐसे मंत्री को हटाना चाहिए.
यदि समय रहते पुलिस ने कार्यवाई की होती तो आज दलित युवक की हत्या नही होती. बेटे को बचाने गई मां को निर्वस्त्र करके पीटा .यह शर्मनाक घटना है. मेने अपने राजनेतिक जीवन में इस तरह की घटना नही देखी. उन्होंने कहा कि मंत्री भूपेंद्र सिंह की गुंडा गर्दी से जनता त्रस्त है. इस घटना की एफआईआर में कमी है. बीजेपी युवा मोर्चा के अंकित ठाकुर का नाम नही है. खुरई देहात थाने के पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करना चाहिए.
फेक ट्वीट पर बोले- ‘मैंने सूचना दी थी’
दमोह जिले के जैन तीर्थ कुंडलपुर पर फेंक ट्वीट पर दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हां मेने ट्वीट किया था. मेरे पास घटना की सूचना थी. मैंने डीजीपी को ट्वीट किया और सचेत किया कि देखे क्या ही मामला. यदि एफआइआर दर्ज हो गई तो हो जाए. कोई फर्क नहीं पड़ता.
प्रशासन से मिले दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री ने नितिन अहिरवार के घर पर हुई तोड़ फोड़ का जायजा लिया. उसके बाद पूर्व सीएम ने मौके पर मौजूद एसडीएम, एसडीओ पुलिस और थाना प्रभारी से पीड़ित परिवार के सामने जमीन पर बैठकर घटना की जानकारी ली और अधिकारियों से पूछा कि मुख्य आरोपी का नाम FIR में दर्ज क्यों नहीं किया गया. जितने भी आरोपी बनाए गए उनके पिता के नाम क्यों नहीं लिखे गए?
क्या शासन प्रशासन आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहा है? नितिन की बहन ने पूर्व सीएम के सामने अधिकारियों से पूछा कि जब मेरी मां को निर्वस्त्र किया गया और पुलिस कर्मी ने ही मेरी मां को कपड़े से ढका तो इस बात का उल्लेख FIR में क्यों नहीं आया. साथ ही उसने पूछा कि उसके साथ भी आरोपियों ने छेड़ छाड़ की तो ये शिकायत भी FIR में क्यों नही लिखी गई? पूर्व सीएम लगभग नाराज होते हुए अधिकारियों से जवाब तलब कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने मैं हर स्तर पर प्रयास करूंगा.
रक्षाबंधन पर पीड़ित परिवार से बंधाई राखी
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नर्शश हत्या के शिकार हुए युवक नितिन अहिरवार की मां और बहन से मुलाकात की. पूर्व सीएम ने नितिन की मां से राखी बंधवाई. नितिन की बहन ने भाई को बांधने राखी संभाल कर रखी थी और भाई की हत्या के बाद वो मायूस थी इसीलिए पूर्व सीएम ने बिटिया से कहा कि बेटा मैं तेरे लिए मामा का फर्ज भी निभाऊंगा और भाई का भी इसीलिए अपने भाई की राखी मुझे बांध दो.
उन्होंने नितिन की मां और बहन को कुछ उपहार और मिठाई भेंट करते हुए कहा कि मैं आपके परिवार का दुख कम तो नहीं कर सकता लेकिन दुख बांटना जरूर चाहता हूं. पूर्व मुख्यमंत्री इस दौरान भावुक नजर आए. इस मौके पर उनकी पत्नी अमृता राव भी थी.
कांग्रेस के दोगले चरित्र को पहचान चुकी है अनुसूचित जाति समाज- मंत्री भूपेंद्र सिंह
उधर नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बरोदिया नौंनागिर घटनाक्रम में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा है कि वर्ष 2019 के छेड़खानी और मारपीट के जिन मामलों की दिग्विजय सिंह बात कर रहे हैं इसका जवाब उन्हें उस समय की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मांगना चाहिए. इन घटनाओं के समय कांग्रेस की ही सरकार के अधीन शासन, प्रशासन काम कर रहा था और खुरई में भाजपा के समर्थक अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों पर उनका ही प्रशासन प्रतिशोध के कारण झूठे मामले दर्ज कराने में लगा हुआ था.
उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह खुरई विधानसभा क्षेत्र की वास्तविकता से अवगत नहीं हैं. यहां की किसी भी समाज के एक भी व्यक्ति की जमीन पर कब्जा करने या जमीनें हड़पने का काम कांग्रेस के शासनकाल में होता था जिसे सख्ती से बंद कराया गया है. तथ्य यह है कि जिन खुरई विधानसभा क्षेत्र के जिन दबंगों के कब्जे से अनुसूचित जाति व गरीब तबके के लोगों की भूमि छुड़वाई गई है वे दबंग कांग्रेसी आज के उनके ही वीडियो में देखे जा सकते हैं.
कांग्रेस के नेता चुनावी स्वार्थ के लिए यहां की समरसता बिगाड़ने के घटिया हथकंडे अपना रहे हैं. इससे उनका ही झूठ और दोगलापन उजागर हो रहा है जिसका नुकसान कांग्रेस को ही उठाना पड़ेगा. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कल मंगलवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की और राहत राशि मुहैया कराई और बेहतर इलाज के निर्देश दिए थे.