इंदौर। एमपीआईडीसी (MPIDC)के द्वारा किसानों की सहभागिता से विकसित की जा रही बेटमा पीथमपुर की स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप को नीति आयोग ने देश के टॉप 20 बेस्ट प्रैक्टिस प्रोजेक्ट्स में शामिल किया।दिल्ली से आये दल ने प्रोजेक्ट साइट का निरीक्षण किया तथा सहभागी किसानों से चर्चा भी की।
किसान संघ के प्रवक्ता अभिभाषक जगदीश जोशी ने बताया कि पीथमपुर के सेक्टर 7 के अंतर्गत बेटमा क्षेत्र में करीब 4500 एकड़ क्षेत्र में औद्योगिक और रहवासी टाउनशिप का विकास कार्य प्रारंभ हो चुका हे। इसमें उद्योगों के अलावा रहवासी क्षेत्र और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए जमीन उपलब्ध होगी। उद्योगों के लिए करीब 400 भूखंड होंगे, जबकि रहवासी क्षेत्र में छह हजार परिवार रह सकेंगे। उद्योगों में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है। यह देश की पहली ऐसी स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप होगी जिसमें किसानों से लैंड पूलिंग एक्ट के तहत जमीन ली गई है। यह टाउनशिप मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीआईडीसी) द्वारा विकसित की जा रही है।
रियल एस्टेट निवेश के क्षेत्र के विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस टाउनशिप में खुलने वाले उद्योगों से लगभग 20 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। व्यावसायिक गतिविधियों के रूप में यहां माल, व्यावसायिक काम्प्लेक्स, क्लब आदि बनेंगे। इस योजना की जमीन इंदौर-अहमदाबाद और इंदौर-मुंबई नेशनल हाईवे तथा महू नीमच हाइवे से जुड़ी है। साथ ही प्रस्तावित पश्चिमी रिंग रोड भी इस टाउनशिप से होकर गुजरेगा।
जोशी ने बताया कि स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप में पीथमपुर के आसपास के सात गांवों की जमीन शामिल है। इनमें सलमपुर, रणमल बिल्लौद, कालीबिल्लौद, अंबापुरा, किशनपुरा, बजरंगपुरा और बेटमाखुर्द शामिल हैं। लैंड पूलिंग एक्ट के तहत जिन किसानों की जमीन ली गई है उन्हें जमीन के मूल्यांकन की 20 प्रतिशत राशि नकद दी गई है। साथ ही 80 प्रतिशत हिस्सा विकसित भूखंडों के रूप में दिया जाएगा।
निरीक्षण एव प्रेजेंटेशन के दौरान एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक प्रतुल सिंहा, इंजीनियर राजपूत, आर्किटेक्ट हितेश मेहता, लोकेन्द्रसिंह चौहान, एजाज शेख, हरीश जोशी तथा विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि आदि शामिल रहे।