जंतर-मंतर पर देशभर से आए हजारों पत्नी पीड़ित पति, पुरुष आयोग बनाने की मांग की

  • अधिकतर ने कहा- मायके वालों का हस्तक्षेप बंद हो जाए तो 80 प्रतिशत तक परिवार टूटने से बच सकते हैं
  • एक पति ने कहा- पत्नी ने झूठे केस दर्ज कराए, कोर्ट के चक्कर लगाने के चलते कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया

दिल्ली पत्नी को परेशान करने पर पुलिस, महिला आयोग, कोर्ट समेत तमाम एजेंसियां मौजूद हैं,लेकिन पति को परेशान करने व उनको झूठे केसों में फंसाने पर कोई पुरुष आयोग नहीं है। इसी मांग को लेकर बुधवार को देशभर से आए हजारों की संख्या में पीड़ित पतियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पीड़ित पुरुषों के लिए भी एक पुरुष आयोग बनाया जाए।

20से 25पीड़ित पतियों से बातचीत की, जिसमें अधिकतर ने बताया कि परिवार में मायके वालों का हस्तक्षेप बंद हो जाए तो 80 प्रतिशत तक परिवार टूटने से बच सकते हैं।


दहेज, झगड़ा, मारपीट जैसे झूठे केस दर्ज करवाए
बेंगलुरु स्थित आईटी कंपनी में सेल्स मैनेजर मनप्रीत सिंह भंडारी ने बताया कि उनकी शादी 2009 में हुई थी। कुछ दिनों के बाद ही पारिवारिक कलह होने लगी। बात यहां तक बढ़ गई कि ये शादी अब आगे नहीं चलेगी। इसके बाद पत्नी 15 महीने के बच्चे को लेकर बिना बताए मायके चली गई। वहां जाकर अपनी मां के कहने पर दहेज, झगड़ा, मारपीट समेत कई झूठे केस दर्ज करवा दिए। महीने में 4 से 5 बार कोर्ट के चक्कर लगाने के चलते कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया।

प्लॉट नाम नहीं किया तो पत्नी ने 6 केस में फंसाया
मदनगीर निवासी स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में अधिकारी के तौर पर कार्यरत रहे वीर सिंह की शादी 2006 में हुई थी। उनके 3 बच्चे है। उन्होंने बताया कि 2015 में उन्होंने एक प्लॉट खरीदा था। पत्नी की मायके वालों ने कहा कि प्लॉट उनकी बेटी का नाम करो। हालत को देखते हुए वीर सिंह प्लॉट को पत्नी के नाम नहीं कर पाया। इसी बात को लेकर पत्नी 2 बेटों को लेकर मायके चली गई। एक बेटी को छोड़ गई। मायके से उसने बदला लेने के लिए दहेज, मारपीट, उत्पीड़न समेत करीब 6 झूठे केस दर्ज करा दिए।


‘ससुराल वालों के 250धमकी भरे ऑडियो’
रोहिणी निवासी सुधांषु गौतम की शादी 25 नवंबर 2016 में हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही पत्नी बोली आपके नाम पर कितनी प्रॉपर्टी है, नहीं है तो आपका हक दिलाउंगी। इस पर सुधांषु ने कहा, बड़े भाई की शादी हुई 10 साल से अधिक हो गए है, उन्होंने अभी तक माता-पिता से हक नहीं मांगा तो मैं कैसे मांग सकता हूं। इसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा। पत्नी की मां ने उसे बुला लिया और गर्भपात, दहेज, मारपीट समेत आधा दर्जन से अधिक झूठे केस दर्ज करा दिए। उन्होंने बताया कि पत्नी के परिवार वालों के करीब 250 से अधिक धमकी भरे ऑडियो हैं।

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