मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता दिवस से पहले कई जगह तिरंगा यात्रा निकाली गई। जबलपुर में उफनती नदी में लोग उतरे, गले-गले तक तैरकर हाथों में तिरंगा लेकर लोग निकले। वहीं दमोह के हटा में तिरंगा यात्रा अलग तरीके से निकाली गई। सुनार नदी में से ये यात्रा गुजरी। 20 नावों पर तिरंगा सजा था। तिरंगा यात्रा नावघाट से प्रारंभ होकर घुराघाट पर समाप्त हुई।
जबलपुर में तिरंगा यात्रा नर्मदा नदी की उफनती लहरों के बीच सैकड़ो लोगों ने नदी में करीब 10 किलोमीटर तक तैरकर तिरंगा यात्रा पूरी की। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ग्वारीघाट से तिलवाराघाट तक जाने वाली इस यात्रा का मकसद देश की अखंडता को बनाए रखना और युवाओं में देश भक्ति की भावना पैदा करना था।
दमोह की सुनार नदी से निकली तिरंगा यात्रा
वहीं दमोह के हटा नगर की बालाजी, बिहारी जी सरकार समिति ने तीसरी बार स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व शाम के समय सुनार नदी में नाव पर तिरंगा लहराते हुए यात्रा निकाली। इसमें बीस नावों पर नाविकों ने तिरंगा झंडा लगाए और एक नाव पर भारत माता की सजीव झांकी सजाई गई। इसमें बच्चों को भी तिरंगे के रंगों में सजाया गया। इस नाव को बीच नदी में खड़ा करके चारों ओर घूमते हुए देशभक्ति नारे लगाए। यात्रा ने आधा किलोमीटर की दूरी तय की।
समिति के सदस्य बबलू राय ने बताया कि हमने तिरंगा यात्रा को कुछ अलग अंदाज में निकालने का मन बनाया और तिरंगा यात्रा सुनार नदी में तीसरी बार निकाली गई। तिरंगा यात्रा का स्वागत मटया घाट, हजारी घाट, सुरई घाट, मातन घाट पर किया गया। एसडीओपी वीरेंद्र बहादुर सिंह, एआई शत्रुघन दुबे, एसआई सौरभ शर्मा, नपा अध्यक्ष शैलेंद्र खटीक, रीतेश फौजदार ने अपनी टीम के साथ सहयोग किया।