मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार पर 50 फीसदी कमीशन लेने के आरोप वाली चिट्ठी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फर्जी बताया है. सीएम शिवराज ने कहा कि “सूत न कपास, कांग्रेसियों में लट्ठम लट्ठ.” इस मामले में शिवराज सिंह चौहान ने कानूनी कार्रवाई करने का इशारा भी किया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार (12 अगस्त) को भोपाल में मीडिया के सामने आये और हाथ में वायरल चिट्ठी को दिखाते हुए कहा कि ये फर्जी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस को तो भ्रम फैलाने की आदत हैं. दुष्प्रचार करने की आदत है. हमने इंटेलिजेंस से पता करवाया तो ना ये पता मिला, और ना ही आदमी मिला और न ही कोई संगठन है इस नाम का.
सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर लगाये ये गंभीर आरोप
कांग्रेस पर भय फैलाने का आरोप लगाते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान में कहा कि, ‘कांग्रेस इस चिट्ठी के माध्यम से भय फैलाने का काम कर रही है. कांग्रेस ने सोचा, जैसे कर्नाटक में 40 फीसदी का चलाया था, वैसा ही मध्य प्रदेश में 50 फीसदी का चलाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर इस तरह के भ्रम बड़ी आसानी से फैलाये जाते हैं और किस-किस को जवाब दें?
50 फीसदी कमीशन देने पर ही मिलता है भुगतान- कांग्रेस
दरअसल, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सबसे पहले ठेकेदारों के एक संगठन द्वारा मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखे पत्र को शेयर किया था. इसमें कथित तौर पर 50 फीसदी कमीशन देने पर भुगतान मिलने की बात कही गई थी. इसके बाद शुक्रवार (11 अगस्त) को पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने इसी पत्र के हवाले से बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि, ‘प्रदेश में 50 फीसदी कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है.’
बीजेपी ने भ्रष्टाचार का तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड- प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘मध्य प्रदेश में ठेकेदारों के संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश में 50 फीसदी कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है. कर्नाटक में भ्रष्ट बीजेपी सरकार 40 फीसदी कमीशन की वसूली करती थी. मध्य प्रदेश में बीजेपी भ्रष्टाचार का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर आगे निकल गई है. कर्नाटक की जनता ने 40 फीसदी कमीशन वाली सरकार को बाहर किया,अब मध्य प्रदेश की जनता 50 फीसदी कमीशन वाली बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाएगी.”