पीएम मोदी ने रखी संत रविदास मंदिर की आधारशिला

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सागर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के सागर जिले में संत रविदास को समर्पित एक मंदिर की आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री दोपहर करीब 2.15 बजे सागर पहुंचे जहां वह संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास जी स्मारक स्थल पर भूमि पूजन की. वह ढाना में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भी भाग लिया जहां वह संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास जी स्मारक की आधारशिला रखा. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्‍व में देश में संत रविदास जी की परिकल्‍पना अनुरूप ही सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्‍वास मूलमंत्र के साथ कार्य किया जा रहा है. 

इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि संत रविदास के जीवन की एक-एक श्‍वांस भारतीय संस्‍कृति के संरक्षण और समाज की सेवा को समर्पित रही. उन्होंने वर्ग, वर्ण, जाति भेद से ऊपर उठकर समाज को संगठित किया, लोगों में स्‍वत्‍व का भाव जगाया और एक समरस समाज के निर्माण का आह्वान किया. उनकी भेद-भाव से मुक्‍त सामाजिक कल्‍पना ने ही सौहार्दपूर्ण समृद्ध समाज निर्माण का मार्ग प्रशस्‍त किया.

इन नामों से किया जाता है संबोधित
उन्‍होंने जहां पराधीनता से मुक्ति के लिए समाज को उठ खड़ा किया वहीं कर्म को धर्म बताकर स्‍वत्‍व और स्‍वाभिमान जगाने का प्रयास किया. अपने भाव अनुरूप ही उन्‍होंने देश व्‍यापी यात्राएं भी कीं, जिसकी स्‍मृतियां देश के हर प्रांत, हर क्षेत्र में हैं. उन्‍हें पंजाब के लोक जीवन में रविदास, उत्‍तरप्रदेश, मध्‍यप्रदेश, राजस्‍थान में रैदास, गुजरात और महाराष्‍ट्र में रोहिदास तथा बंगाल में रूईदास के नाम से संबोधित किया जाता है. संत रविदास जी ने हमें जो राह दिखाई है, समानता, सामाजिक सद्भाव, बंधुत्व, भाईचारा उसी पर चलकर हम प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहे हैं.

भोपाल में यह देने की है योजना 
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यहां लाड़ली लक्ष्‍मी बेटियां जन्‍म लेते ही लखपति हो रही हैं, बहनों को सशक्‍त बनाने और उनके आत्‍मसम्‍मान के लिये लाडली बहना योजना प्रारंभ की है, जिससे सवा करोड़ से अधिक बहनों का मान बढ़ा है. बच्‍चों को शिक्षा और उच्‍च शिक्षा के लिए सहायता दी जा रही है. प्रशिक्षण के साथ रोज़गार के लिए मुख्‍यमंत्री सीखो कमाओ योजना है.

अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिये छात्रावास, आश्रम शाला, छात्रवृत्ति और अन्‍य सुविधाएं दी जा रही हैं. संत रविदास स्‍वरोजगार योजना में 1 लाख से 50 लाख तक का ऋण सरकार अपनी गारंटी पर दिलवा रही है. भोपाल में संत रविदास ग्‍लोबल स्‍किल पार्क बनाकर 6 हजार बच्‍चों को प्रशिक्षण देने की योजना है.

350 नदियों का जल शिलान्‍यास स्‍थल पर लाया गया
रविदास के चिंतन अनुरूप समाज निर्माण के लिये मध्‍य प्रदेश में पांच सामाजिक समरसता यात्राएं निकाली गईं. 25 जुलाई से आरंभ इन यात्राओं में पहली यात्रा 11 जिलों के, दूसरी यात्रा 13 जिलों के, तीसरी यात्रा 10 जिलों के, चौथी यात्रा 8 जिलों के और पांचवी यात्रा 9 जिलों के विभिन्न स्‍थानों से होकर सागर पहुंची. इस 18 दिवसीय यात्रा में संत रविदास जी की संकल्‍पना, प्रेरक प्रसंग तथा गीत-भजनों का गायन हुआ.

इसमें प्रदेश के गांव-गांव से लोग स्‍वप्रेरणा से जुड़े. संत रविदास मंदिर निर्माण के लिये हर गांव की मिट्टी तथा 350 नदियों का जल शिलन्‍यास स्‍थल पर लाया गया है. समाज में संत रविदास जी के संदेश और जीवन मूल्‍यों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्‍य से निकाली गई सभी यात्राओं का आज सागर में एकत्रीकरण है. 

संत शिरोमणि रविदास के संदेश से संकल्‍प लिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास के इस समरस संदेश के साथ में प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से शांति, सद्भाव और समरसता का संकल्‍प लेता हूं, जो नये समृद्ध भारत निर्माण के लिये महत्‍वपूर्ण है. आइए हम सब मिलकर भारत को विश्व में अग्रणी बनाने के लिए संत रविदास जी के चिंतन को जीवन में ढालने का प्रण लें. हम एक ऐसे समाज की रचना के लिए आगे बढ़ें जो जाति, वर्ग, वर्ण या धर्म किसी भी विस्थापन से मुक्त हो. एक समरस राष्ट्र का समरस निर्माण शुरू करें.

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