चार माह बाद मध्य प्रदेश में चुनाव है। इंदौर की 9 विधासभा सीटों में से ज्यादातर पर तो मौजूदा विधायक ही प्रबल दावेदार है, लेकिन पांच नंबर विधानसभा सीट पर कांग्रेस से ज्यादा भाजपा के दावेदार है। कुछ नेताअेां ने तो मौजूदा विधायक महेंद्र हार्डिया के खिलाफ लामबंद होकर नए चेहरे को टिकट देने की मांग के लिए बैठक भी कर ली है।उधर कांग्रेस में कम वोटों के अंतर से हारे सत्यनारायण पटेल टिकट के लिए सबसे ज्यादा सक्रिय है। 20 साल पहले वे पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके है।
पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा दावेदारों की बड़ी वजह विधायक महेंद्र हार्डिया की कम सक्रियता है। पिछला चुनाव वे एक हजार वोटों केे अंतर से ही जीते थे। संगठन भी इस बार उन्हें टिकट देकर जोखिम नहीं उठा सकता है, इसलिए भाजपा से गौरव रणदिवे, मुकेश राजावत, नानूराम कुमावत, अजय सिंह नरुका दावेदारों की दौड़ में शामिल है।
विधायक हार्डिया के खिलाफ लामबंद नेता एक होटल में बैठक भी कर चुके है। आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा भी दावेदारों की दौड़ में आगे है, लेकिन उनकी नजर देपालपुर सीट पर भी है। ठाकुर वोटबैंक के कारण भाजपा उन्हें महू सीट पर भी आजमा सकती है।
कांग्रेस को मुस्लिम वोटबैंक पर भरोसा
पांच नंबर विधानसभा क्षेेत्र मेें मुस्लिम वोटबैंक भी 30 प्रतिशत है। पांच मुस्लिम बहुल्य वार्डों के कारण ही पिछली बार कांग्रेस उम्मीदवार ने लीड़ कम की थी, लेकिन जीत नहीं पाए थे। इस बार फिर सत्यनारायण पटेेल फिर सक्रिय है। इसके अलावा स्वप्निल कोठारी और अमन बजाज भी दौड़ में शामिल है और विधानसभा क्षेत्र में आयोजन भी करवा रहे है।