मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि 100 फीसदी सेब मंडियों में पहुंच रहा है। सड़कों को बहाल किया जा रहा है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर खुद आपदा प्रबंधन देख रहे हैं। समस्या यह है कि कई जगहों पर पूरी सड़क ही बह गई है। साथ लगती जमीन देने में लोग आनाकानी कर रहे हैं। प्रशासन उनको मना रहा है। जैसे ही वे साथ वाली जगह दे देंगे, तो सरकार उनका सेब निकालने की कोशिश करेगी। सेब को नाले में बहाने के वायरल वीडियो पर भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष झूठ बोल रहा है। भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल पर देखा है कि सेब के क्रेट नाले में फेंके जा रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा अभी भी राजनीति कर रही है और झूठ बोल रही है।
मुख्यमंत्री सोमवार को राजभवन शिमला के बाहर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहाड़ का स्ट्रेटा एक साल में सेटल नहीं होता है। चाहे लिंक रोड बना लो या फिर डबल लेन या फोरलेन बना लो। उन्होंने कहा कि जहां भी फोरलेन और टूलेन बन रहे हैं, वहां पहाड़ को सेटल होने के लिए तीन से चार साल लगेंगे। इस दृष्टि से सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कोशिश करेगी कि जब तक सड़क नहीं बन जाती है, तब तक लिंक रोड निकाला जाए। बाद में लोगों को मुआवजा देने की भी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ से हिमाचल प्रदेश में अभी तक आठ हजार करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है। यह निर्णय लेंगे कि भारत सरकार से किस प्रकार की मदद मिलनी चाहिए।
नाले में सेब गिराने का रचा ड्रामा: नेगी
सोशल मीडिया पर प्रसारित नाले में सेब गिराने के वीडियो पर बागवानी मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि विपक्ष आपदा में अवसर तलाश रहा है। षड्यंत्र के तहत नाले में सेब गिराने का ड्रामा रचा गया। कोटखाई से दो बार चुनाव हार चुके चेतन बरागटा खुद कह रहे हैं कि वीडियो 20 दिन पुराना है। इससे साफ है कि 20 दिन वीडियो दबाए रखा, फिर जयराम का टूअर करवाया उसके बाद षड्यंत्र के तहत वीडियो जारी किया। एसडीएम रोहड़ू ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में बताया कि सेब पंचायत उप प्रधान का है। वीडियो में पीछे से आवाज आ रही है, ये भी बोलो की रोड बंद है। इससे साफ है कि सड़क बंद नहीं थी, वैकल्पिक सड़क से सेब मंडी में भेजा जा चुका था, जो कही न बिकने वाला सेब था वो नाले में गिराया।
उप प्रधान ने नाले को दूषित किया। यह भी गलत है उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। उप प्रधान कह रहे हैं कि वीडिया उन्होंने नहीं बनाया, वीडियो में कोई हंस भी रहा है। उप प्रधान भाजपा से संबंधित बताए जा रहे हैं। सड़कें बंद होने के नाम पर डर फैलाया जा रहा है जबकि सेब मंडियों में बहुतायत में पहुंच रहा है। चंडीगढ़ और दिल्ली तक पहुंच रहा है। चंडीगढ़ में भी किलो में सेब बिक रहा है। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि आपदा में विपक्ष गंदी राजनीति कर रहा है। पहले हम रोहड़ू दौरे पर गए, पीछे पीछे जयराम गाड़ी में बैठ कर आ गए, एक किलोमीटर भी पैदल नहीं चले और बोलते हैं सड़कें बंद हैं। रेस्ट हाउस में बैठ कर सोची समझी रणनीति के तहत षड्यंत्र रच रहे हैं। लोगों को न डराएं, थोड़ी मानवता दिखाएं।
सरकार सेब सड़ने पर बागवान की मदद करने के बजाय उसे थाने तलब कर रही: जयराम
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा के तीन हफ्ते बाद भी सरकार सड़कें खोलने में नाकाम रही है, जिसके कारण बागवानों के सेब सड़ गए हैं। मजबूरन बागवान को सेब बहाने पड़े। सरकार सेब सड़ने पर बागवान की मदद करने के बजाय उसे थाने तलब कर रही है। पुलिस से धमकी दिलवा रही है कि सेब को क्यों फेंके। जयराम ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि यह नई तरह की व्यवस्था है, जहां सरकार की नाकामी की जिम्मेदारी भी पीड़ित पर डालकर उसे धमकाया जा रहा है। यह बहुत शर्मनाक कृत्य है। आपदा प्रभावित को राहत देने के बजाय धमकी देने की व्यवस्था आज तक कहीं नहीं दिखी होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह के कृत्य को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इस आपदा में मेहनत से प्रदेश की आर्थिकी में योगदान देने वाले बागवानों को राजनीति का हिस्सा न बनाएं तो बेहतर होगा।