पाकिस्तान से आई सीमा हैदर की पूरी कहानी क्या है? जासूसी एंगल सामने आया

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पाकिस्तान से अपना प्यार पाने भारत आईं सीमा हैदर और सचिन की लव स्टोरी में जासूसी का एंगल आया। सीमा को एटीएस ने ग्रेटर नोएडा स्थित उसके घर से हिरासत में ले लिया है। सीमा के साथ ही उसके चार बच्चों और सचिन को भी ले गई है पुलिस। इन्हें किसी सीक्रेट लोकेशन पर ले जाया गया है। खबरों के मुताबिक, सीमा से पूछताछ की जा रही है।

IB यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो को इनपुट मिला है कि सीमा हैदर के चाचा पाकिस्तानी सेना में सूबेदार है। उसका भाई भी पाकिस्तानी आर्मी में है। जबकि इससे पहले सीमा ने कहा था कि उसका भाई सेना में नहीं है, बल्कि सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा है। सच जानने के लिए यूपी एटीएस जांच कर रही है।

सीमा की मोबाइल डिटेल्स की भी दोबारा जांच की जा रही है। नोएडा पुलिस ने सीमा के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। सचिन के परिवार को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है।

देश की राजधानी से सटे नोएडा से महज 50 किलोमीटर की दूरी पर यमुना एक्सप्रेसवे के पास रबूपुरा कुछ दिनों पहले तक एक सामान्य कस्बा था, बिल्कुल पुराने देहाती कस्बे जैसा। लेकिन पिछले करीब एक हफ्ते से यहां ‘पीपली लाइव’ फिल्म जैसी हालत बन गई है। इसकी वजह है हिंदुस्तान की सरहद के उस पार से चार बच्चों के साथ आई पाकिस्तानी बहू। महज पांचवीं तक पढ़ी हुई सीमा हैदर नाम की यह महिला अविश्वसनीय तरीके से कराची, नेपाल और दिल्ली होते हुए यूपी के इस कस्बे में सचिन मीणा के पास पहुंच गई।

यह पूरी कहानी शुरू होती है मोबाइल फोन पर ऑनलाइन खेले जाने वाले पबजी गेम पर। रबूपुरा कस्बे के मीणा ठाकुरान मोहल्ले का रहने वाला 24 साल का सचिन मीणा सिर्फ आठवीं तक पढ़ा है। कोविड से पहले वह कस्बे में ही परचून की एक दुकान पर काम करता था। कोविड काल में दुकानें बंद हो गईं, तो उसका काम भी चला गया। खाली बैठा सचिन मोबाइल पर पबजी गेम खेलता था। सितंबर 2020 में गेम खेलने के दौरान वह कराची की रहने वाली सीमा हैदर के संपर्क में आया। गेम खेलने के दौरान दोनों अपना माइक्रोफोन ऑन करके रखते थे। इस दौरान वे एक-दूसरे से बात करते थे। गेम चैट पर भी बातें किया करते थे। रोजाना तीन-चार घंटे वे गेम खेलते और एक-दूसरे से बात करते।

कराची की रहने वाली सीमा हैदर शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं। सीमा ने बताया है कि वह दक्षिणी पाकिस्तान के खैरपुर में रिंद हाजानो गांव की रहने वाली है। तीन बहनों में वह दूसरे नंबर की है। उसका एक बड़ा भाई भी है, जो सेना में काम करता है। उसने घर पर आने वाली एक ट्यूशन टीचर से पांचवीं तक की पढ़ाई की है। वह 12 साल की ही थी, जब उसकी मां की मौत हो गई। सीमा के अनुसार, 17 साल में उम्र में परिवार वालों ने 2014 में गुलाम हैदर जखरानी से उसकी जबरदस्ती शादी कर दी। शादी के बाद दोनों कराची चले गए। उसकी बहनें और पिता भी आसपास ही रहने लगे। उनका 2016 में पहला बेटा फरहान और बाद में तीन बेटियां फरवा, फरिहा और फराह पैदा हुए। 2019 में गुलाम हैदर काम करने के लिए सऊदी अरब चला गया और वह घर पर अकेले रह गई। उस समय वह अपनी सबसे छोटी बेटी की देखभाल में लगी रहती थी।

फिर मार्च 2020 में कोविड फैला और सबका घरों से निकलना बंद हो गया। इस दौरान वह घंटों मोबाइल पर टिक टॉक देखती और विडियो बनाती थी। इसी दौरान उसने मोबाइल पर पहले कैंडी क्रश गेम और उसके बाद पबजी खेलना शुरू किया। पबजी ने उसे गेम खेलने के साथ ही दुनियाभर के लोगों के बात करने की आजादी भी दी। इस दौरान उसके संपर्क में कई लोग आए। उनमें सचिन से उसकी खास दोस्ती हो गई। सीमा ने उसे बच्चों से विडियो कॉल पर मिलवाया। जब किसी वजह से सीमा उससे फोन पर बात नहीं कर पाती थी, तो उसके भाई को कॉल करती थी।

सीमा बताती है कि एक बार उससे सचिन की कॉल मिस हो गई, इससे वह इतना नाराज हुआ कि उसने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट से ब्लॉक कर दिया। उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया। उसे मनाने के लिए सीमा ने अपनी बाईं कलाई काट ली। कटी हुई कलाई की फोटो जब उसने सचिन के भाई को दिखाई, तब जाकर उसने उसे अनब्लॉक किया।

इस बीच दिसंबर 2020 में सीमा के पिता की मौत हो गई। सचिन उससे मिलकर सांत्वना देना चाहता था। इसके लिए उन्होंने गदर फिल्म के बारे में आपस में बात की कि कैसे तमाम बाधाओं के बीच भी भारत में रहने वाला लड़का पाकिस्तान में रहने रही लड़की से मिलता है। इसलिए उन्होंने भी सभी कठिनाइयों के बीच मिलने का फैसला किया। सीमा के अनुसार उसने अपना पासपोर्ट बनवाया और फरवरी 2023 में भारतीय वीजा के लिए अप्लाई किया। लेकिन उसे वीजा नहीं मिल पाया और फिर उन्होंने नेपाल में मिलने का फैसला किया। सचिन ने 8 मार्च को कश्मीरी गेट से काठमांडू के लिए बस पकड़ी। उधर, सीमा ने शारजाह होते हुए काठमांडू के लिए फ्लाइट ली। 10 मार्च को दोनों काठमांडू पहुंच गए। सबसे पहले दोनों ने गदर फिल्म देखी और अगले दिन पशुपतिनाथ मंदिर में शादी कर ली। एक हफ्ते तक वे काठमांडू में पति-पत्नी की तरह रहे। सीमा ने माथे पर सिंदूर लगाकर भारतीय पहनावे में फोटो खिंचवाए और इंस्टाग्राम पर विडियो अपलोड किए। इसके बाद वह हमेशा के लिए सचिन के पास आने के लिए पाकिस्तान लौट गई।

कराची लौटने पर सीमा ने सबसे पहले एक ट्रैवल एजेंट से अपना घर बिकवाने के लिए बात की। यह घर सीमा के नाम पर खरीदा हुआ था। करीब 12 लाख पाकिस्तानी रुपये में उसका घर बिक गया। इसके बाद उसने अपनी और बच्चों के लिए यूएई के रास्ते काठमांडू के टिकट खरीदे और 10 मई को फ्लाइट पकड़ ली। काठमांडू पहुंचकर उसने पोखरा के लिए वैन ली और वहां से 15 हजार रुपये में दिल्ली के लिए एक प्राइवेट बस में अपने और बच्चों के चार टिकट बुक किए।

उसे डर था कि कहीं वह पकड़ी न जाए। खासतौर पर उसे अपने बच्चों के छिन जाने का डर था। बस में कंडक्टर ने उससे आईडी मांगी, जो उसके पास नहीं थी। हालांकि उसने इसके लिए पहले से तैयारी कर रखी थी। सीमा दावा करती हैं कि उसने कंडक्टर को अपना नाम सीमा और पति का नाम सचिन मीणा बताया। उसने खुद को रबूपुरा का रहने वाला बताया और अपने बच्चों के नाम राच, प्रियंका, परी और मुन्नी बताए। अपने पति के ठाकुर और खुद को ठकुराइन होने की बात बताने पर कंडक्टर ने कुछ नहीं पूछा और वह दिल्ली पहुंच गए। कश्मीरी गेट से जेवर के लिए बस ली और रबूपुरा में फलेदा कट पर उतर गए, जहां सचिन उनका इंतजार कर रहा था।

सीमा के वहां पहुंचने से पहले से ही उसने सारी तैयारी कर रखी थी। उसने अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर किराए पर अप्रैल में ही कमरा ले लिया था। मकान मालिक को उसकी उम्र देखकर कुंवारा होने के चलते किराए पर कमरा देने पर आपत्ति थी। हालांकि उसने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह शादीशुदा है। उसने सीमा को बुलंदशहर से बताया और बच्चों को खुद का अपना बताया। इसके बाद वे करीब डेढ़ महीने तक साथ रहे। दिन में सचिन परचून की दुकान पर काम करता था, शाम को पैतृक घर पर रहता और रात को सीमा के पास आ जाता था।

इस दौरान सीमा का पड़ोस में रहने वाली महिलाओं से परिचय हो गया। किसी को उस पर शक नहीं हुआ। लेकिन फिर उसे बच्चों की पढ़ाई की चिंता होने लगी। लिहाजा पहचान पत्र बनवाने के लिए 29 जून को बुलंदशहर में एक वकील से मुलाकात की गई। सचिन ने वकील से कहा कि वह मुस्लिम महिला से शादी करना चाहता है। इस पर वकील ने कहा कि स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत इसमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन जब उसने सीमा के दस्तावेज देखे तो वह उनमें पाकिस्तानी पासपोर्ट देखकर दंग रह गया। उसने पुलिस को सूचना दे दी।

अगले दिन रबूपुरा की आंबेडकर नगर कॉलोनी में जब तक पुलिस उन्हें पकड़ने पहुंचती, वे दोनों बच्चों को साथ लेकर उससे पहले ही वहां से निकल चुके थे। पलवल के रास्ते में पुलिस ने उन्हें वल्लभगढ़ में पकड़ लिया। दो दिनों तक पूछताछ के बाद सीमा, सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को पुलिस ने पासपोर्ट और विदेशी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया। बच्चे भी जेल में सीमा के साथ ही रहे।

pakistani woman seema haider and sachin love story

हालांकि एक दिन बाद उनके वकील ने जमानत के लिए जेवर सिविल कोर्ट में अर्जी दी। जूनियर डिवीजन जज नाजिम अकबर ने पहले सचिन के पिता नेत्रपाल और अगले दिन 8 जुलाई को सीमा और सचिन को भी जमानत दे दी। जज ने उन्हें कहा कि वह अपना पता न बदलें और देश न छोड़ें। सीमा ने सचिन के पैतृक घर का पता दे रखा था, तो दोनों जमानत के अगले दिन से फिर पैतृक घर में आ गए। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद खुद सचिन का भाई अपनी कार से सभी को लेकर घर आया। पाकिस्तानी बहू लाने पर सचिन के घरवालों को उस पर गर्व है। कस्बे के ज्यादातर लोगों ने भी सराहना ही की है। हालांकि कुछ लोग सोशल मीडिया पर उठाए जा रहे सवालों से दुविधा में हैं।

डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया है कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के दस्तावेजों की जांच की जा रही है और उसके आधार कार्ड एलआईयू के पास वेरिफिकेशन के लिए भेजा है। इस मामले की जांच यूपी एसटीएफ समेत दूसरी जांच एजेंसियां भी कर रही हैं।

उधर सीमा के पति गुलाम हैदर ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की है कि उसकी पत्नी को वापस पाकिस्तान भेज दिया जाए। उसने सीमा के साथ जबरन निकाह करने की बात को नकारा है। उसका कहना है दोनों ने घर से भागकर लव मैरिज की थी और इसका इकरारनामा भी उसके पास है।

सीमा का कहना है कि अगर वह वापस लौटी, तो वहां के लोग उसे पत्थर मारकर मार डालेंगे। उसने पूरी तरह से हिंदू धर्म अपना लिया है और जैसा सरकार चाहेगी, वह वैसा ही करेगी। वह भले ही यहां की जेल में रह लेगी, लेकिन वहां वापस नहीं जाएगी।

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