यदि शौक को पूरा करने की जिद जिंदा हो तो फिर उम्र कोई मायने नहीं रखती। राजस्थान के जयपुर में रहने वाले एक कपल ने इसे साबित कर दिया। भारत भ्रमण पर 64 वर्षीय अनिल मेहता अपनी 58 वर्षीय पत्नी गीता के साथ निकले है। पांच हजार किलोमीटर का सफर तय कर इंदौर पहुंचे। खजराना मंदिर में दर्शन किए और अपनी इस यात्रा की बातें साझा की। उन्होंने बताया कि इस साल 23 अप्रैल को उन्होंने राजस्थान से यात्रा शुरू की। जो 1111 दिन मेें पूरी होगी।
अनिल का पीतल की मूर्तियों का बिजनेस है। उनकी तीन बेटियां है। दशहरे पर तीनों बेटियों ने पिता को गाड़ी गिफ्ट की और कहा पिताजी आप देेश घूमने जाए, व्यापार हम तीनों संभाल लेंगे। अनिल ने जयपुर में सिर्फ डेढ़ लाख में गाड़ी माॅडीफाइड कराई। साढ़े पांच फीट का पलंग, गैस, सोलर लाइट और गृहस्थी का जरुरी सामान गाड़ी में रखा और अपने इस चलते फिरते घर के साथ देश भ्रमण पर निकल पड़े।
हर दिन 200 किलोमीटर
अनिल बताते है कि हर दिन 200 किलोमीटर तक गाड़ी चलाते है और फिर स्टे कर लेते है। राजस्थान, दिल्ली के बाद उत्तराखंड का सफर तय कर चुके हैै। अल्मोड़ा के समीप गाड़ी खराब हो गई थी। उसे सुधारने के लिए दिल्ली तक उसे लाना पड़ा। एक माह हम मध्य प्रदेश में घूमेेंगे। उज्जैन से मेहता दंपत्ति इंदौर पहुंचे। उन्होंने सुबह खजराना मंदिर में दर्शन किए और अब अेांकारेश्वर के लिए निकल गए। एक हजार से ज्यादा दिन की यात्रा को वे लिम्बा बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड मेें दर्ज कराएंगे।
बेटियां भेजती है यात्रा के लिए राशि
अनिल बताते है कि उन्हें घूमने का शौक है। 1991 में बाइक से वे नेपाल भूटान की यात्रा कर चुके हैै। व्यापार के कारण शौक पूरा नहीं कर पाता था, लेकिन बेटियों ने देेश घूमने के लिए हौसला दिया। इस यात्रा के खर्च के लिए बेटियां ही हर माह मेरे अकाउंट में पैैसे डाल देती हैै।