नई दिल्ली । भारी बारिश के कारण देश की राजधानी दिल्ली में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इस बीच दिल्ली सरकार ने रविवार को राजधानी में पहला बाढ़ अलर्ट भी जारी किया। हालांकि यह चेतावनी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी की गई है। अलर्ट के अनुसार पहली चेतावनी इसलिए जारी की जा रही है, क्योंकि 9 जुलाई को हथनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 105,453 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो 1 लाख क्यूसेक से अधिक है। 9 जुलाई को ओआरबी (पुराना रेलवे पुल) पर जल स्तर 203.45 मीटर है। चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है, खतरे का स्तर 205.33 मीटर है, और 6 नवंबर 1978 को देखा गया उच्चतम बाढ़ स्तर 207.49 मीटर था। सरकार द्वारा दी गई चेतावनी में कहा कि सभी सेक्टर अधिकारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखें और नदी के तटबंधों के भीतर रहने वाले लोगों को चेतावनी देने के लिए मुनादी, जागरूकता गतिविधियों के लिए क्षेत्र में अपेक्षित संख्या में क्यूआरटी टीमों को तैनात करने जैसे संवेदनशील बिंदुओं पर आवश्यक कार्रवाई करें।
हालांकि इससे पहले दिन में ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की घोषणा की। बता दें कि भारी बारिश के कारण दिल्ली में जगह-जगह जलभराव हो गया, जिससे आम लोगों और यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आनेवाले दिनों में भी यही स्थिति रही तो और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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