रूस में वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने तख्तापलट की कोशिश रोक दी है। दरअसल मॉस्को और प्रिगोझिन के बीच डील हुई है, जिसके तहत रूस, प्रिगोझिन पर लगे सारे आरोप वापस लेगा और इसके बदले में प्रिगोझिन ने तख्तापलट की कोशिश रोक दी है। अभी तक इस डील की ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन यह पता चला है कि मॉस्को और प्रिगोझिन के बीच यह डील बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कराई है। प्रिगोझिन के भी बेलारूस जाने की खबरें हैं।
मॉस्को-वैगनर ग्रुप के बीच हुई ये डील
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रिगोझिन और मॉस्को के बीच जो डील हुई है, उसके तहत रूस की सरकार प्रिगोझिन और उसके लड़ाकों के खिलाफ दर्ज सारे केस वापस लेगी। जिन लड़ाकों ने बगावत की और रूस के शहर पर कब्जा किया, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। प्रिगोझिन ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु और चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वालेरी गेरासिमोव को भी पद से हटाने की मांग की थी। हालांकि अभी तक रूस ने इस मांग पर सार्वजनिक रूप से कोई जवाब नहीं दिया है। वहीं प्रिगोझिन ने अपने लड़ाकों को मॉस्को से वापस बुला लिया है और उन्हें फिर से यूक्रेन के मोर्चे पर तैनात कर दिया गया है।
पुतिन के रूस में अजेय होने का तिलिस्म टूटा
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि प्रिगोझिन को शायद अफ्रीका का उसका साम्राज्य संभालने की छूट दे दी गई है। रूस के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी गैरी कास्पारोव ने इस पूरी डील पर एक दिलचस्प ट्वीट किया है। कास्पारोव ने लिखा कि ‘माफिया ने वैसा ही किया, जैसा माफिया करते हैं। आज जो भी डील हुई लेकिन उससे पुतिन का अजेय होने का भ्रम टूट गया है। पुतिन और उनके सहयोगियों ने असली डर का स्वाद चखा। मॉस्को डरा हुआ था।’
मॉस्को छोड़कर भागे पुतिन?
जब वैगनर ग्रुप के लड़ाके मॉस्को में दाखिल हो गए थे तो कहा जा रहा है कि उस वक्त पुतिन मॉस्को छोड़कर भाग गए थे। दरअसल यूक्रेन सरकार के एक सलाहकार एंटोन गेरास्चेंको ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पुतिन के आधिकारिक विमान ने मॉस्को से सेंट पीट्सबर्ग के लिए उड़ान भरी थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन का प्लेन उड़ान भरने के बाद 150 किलोमीटर के बाद रडार से गायब हो गया था। हालांकि क्रेमलिन ने पुतिन के मॉस्को छोड़ने की बात से इनकार कर दिया है।