भारत में, प्रत्येक मंदिर अपने स्वयं के नियमों का पालन करता है, जिसमें आरती, प्रसाद और प्रवेश के समय जैसे विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। हाल ही में, बदायूं में बिरुबाड़ी मंदिर और मुजफ्फरनगर में श्री बाला जी महाराज मंदिर सहित उत्तर प्रदेश के कुछ मंदिरों में ड्रेस कोड नियमों पर जोर दिया गया है।
मुजफ्फरनगर में है श्री बाला जी महाराज का मंदिर
कुछ दिनों पहले मुजफ्फरनगर के बालाजी मंदिर का एक पोस्टर सामने आया था और अब यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मंदिर के नोटिस में कहा गया है कि केवल उचित पोशाक पहनने वालों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। श्रद्धालुओं के अनुचित वस्त्रो में आने के कारण मंदिर प्रबंधन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह नियम महिलाओं, पुरुषों और बच्चों सहित सभी व्यक्तियों पर लागू होता है।
हाल ही में यूपी के बदायूं के बिरुआबाड़ी मंदिर में छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर प्रशासन के अनुसार, मंदिर जाते समय भक्तों द्वारा उचित पोशाक का चयन किया जाना चाहिए, क्योंकि यह एक पवित्र पूजा स्थल है।
गिलहराज मंदिर, जो अलीगढ़ का एक प्रसिद्ध मंदिर है, मंदिर प्रशासन ने स्कर्ट और शॉर्ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है इसके अलावा, मंदिर की दीवारों पर एक नोटिस लिखा गया है की ऐसा करने पर उचित कारवाही की जाएगी।
सरकार ने नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में चादर चढ़ाने का प्रयास करने वाले मुस्लिम पुरुषों की घटना को ध्यान में रखते हुए एसआईटी का गठन किया है। इन मंदिरों के अलावा आगरा के कैलाश महादेव मंदिर और मथुरा के मनकामेश्वर महादेव मंदिर में आने वाले भक्तो के लिए उचित वस्त्र धारण करना जरुरी है।