इंदौर विकास प्राधिकरण ने विजयनगर के विवादित प्लाॅट के किराए में खेल कर दिया। जब मामला उजागर हुआ तो अस्थाई लीज निरस्त कर मेला बंद करने को कहा, लेकिन अायोजक भी अड़े हुए है और मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर ली।
विजय नगर में बिजनेस पार्क के पास खाली पड़े बड़े प्लाॅट पर अफसरों ने 5 हजार वर्गफीट जमीन एक रुपये प्रति दिन प्रति वर्गफीट के हिसाब से 43 दिनों के लिए दी है। यहां खाटूश्याम मेला लगाया जा रहा है। जिसका किराया दो लाख 15 हजार रुपये तय हुआ। अस्थाई लीज के लिए दिए गए पत्र में अफसरों ने कलाकारी करते हुए वर्गफीट के बजाए वर्गमीटर लिख दिया।
आयोजन ने मेले के लिए 5 हजार वर्गमीटर जमीन पर मेला लगा दिया। जब यह मामला उजागर हुआ तो अफसरों ने टीम भेजकर मेले के उपयोग मेें ली जा रही जमीन की नप्ती की और 27 लाख रुपये के किराए की वसूली निकाल कर आयोजक को नोटिस थमा दिया और यह भी कहा गया कि आवंटन में गलती से पांच हजार वर्गमीटर के बजाए पांच हजार वर्गफीट अंकित हो गया। आयोजक ने 63 लाख रुपयेे देेने से इनकार कर दिया।
लीज निरस्त, फिर भी मेला नहीं हटाया
जरुरत से ज्यादा जमीन मेले के उपयोग में लेने के बाद इंदौर विकास प्राधिकरण ने अस्थाई लीज निरस्त कर मेला हटाने के लिए किया, लेकिन आयोजक के हौसले इतने बुलंद है कि वह मेले हटाने के लिए तैयार नहीं है। मेला आयोजक दीपक पंवार का कहना है कि हमारे पास पांच हजार वर्गमीटर के दस्तावेज है। फिर 27 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि क्यों दे। इस मामले में कोर्ट की शरण ली जाएगी।