मध्यप्रदेश में आंधी-बारिश का सिलसिला चल रहा है। सोमवार को भी कई जिलों में बारिश दर्ज की गई। गुना, रीवा और छिंदवाड़ा में तेज पानी गिरा है। भोपाल में भी कुछ इलाकों में दोपहर में तेज बारिश हुई है। कई इलाकों में आंधी भी चली है। मंगलवार को भी गुना-श्योपुरकलां जिलों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि एवं अल्पकालिक तेज बारिश हो सकती है। हवा की गति भी 60 किमी प्रतिघंटे तक जा सकती है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उज्जैन, भोपाल, इंदौर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, रीवा, सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर एवं चंबल, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान पथरिया में 8, नागदा में 6, ताल, अमरवाड़ा, रेहली में 5, गुना में 4, छिंदवाड़ा, रीवा, उंचेहरा, खुरई, मालथोन, शुजालपुर, पिपलोदा, महिदपुर, बदनावर, वीरपुर में 3 सेमी तक पानी गिरा है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कह रहा है कि चंबल, ग्वालियर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, इंदौर, उज्जैन, रीवा, नर्मदापुरम, भोपाल, सागर संभागों के जिलों में तथा अनूपपुर, जबलपुर, मंडला, सिवनी जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। विभाग ने दो अलर्ट भी जारी किए हैं। ऑरेंज अलर्ट बता रहा है कि गुना-श्योपुरकलां जिलों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि एवं अल्पकालिक तेज बारिश हो सकती है। हवा की गति भी 50-60 किमी प्रतिघंटे तक जा सकती है। यलो अलर्ट बता रहा है कि इंदौर, उज्जैन, रीवा, नर्मदापुरम, भोपाल एवं सागर संभागों के जिलों में तथा अनूपपुर, जबलपुर, मंडला, सिवनी जिलों में कहीं-कहीं अल्पकालिक तेज बारिश हो सकती है। हवा की गति भी 50 किमी प्रतिघंटे तक रहने की आशंका है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के विभिन्न शहरों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने का सिलसिला जारी है। इससे नौतपा में पूरे प्रदेश में गर्मी के तेवर ठंडे पड़े हुए हैं। वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक अन्य द्रोणिका लाइन बनी हुई है। हवाओं का रुख भी लगातार पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ लगातार नमी आने से प्रदेश में बादल बने हुए हैं।