शहर में पुलिस व्यवस्था के क्या हाल हैं यह इस बात से पता चलता है कि पुलिस ने दो हत्याओं के आरोपी को सिर्फ 12 घंटे में ही थाने से छोड़ दिया। आरोपी विदेश भागने की फिराक में था लेकिन जनता सड़क पर उतर गई। जनता के विरोध के चलते पुलिस ने आरोपी को अब फिर से गिरफ्तार कर लिया है।
शनिवार रात राणी सती गेट के पास यशवंत निवास रोड पर यह हादसा हुआ। नमकीन कारोबारी संदीप गुप्ता अपनी बेटी और दो भतीजों को चाकलेट दिलाने निकले थे। जैसे ही वे मुख्य मार्ग पर निकले तो तेज गति से चल रही कार ने सामने से सभी को टक्कर मार दी। कार को कारोबारी अजीत लालवानी चला रहा था जो शराब के नशे में था। इसमें मासूम अद्विक और संदीप की मौत हो गई जबकि आर्यन और मिष्का गंभीर घायल हैं। हादसे के बाद में तुकोगंज पुलिस ने अजीत को गिरफ्तार किया लेकिन 12 घंटे में ही छोड़ दिया। इसके बाद परिजन और शहर की जनता पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर के पास पहुंचे और विरोध दर्ज किया। अब अजीत को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उस पर धाराएं बढ़ा रही है। उसे उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है, वह वहां पर अपने दोस्त के यहां रह रहा था।
शहर में वीडियो वायरल होने के बाद भड़के लोग
हादसे का वीडियो वायरल होने के बाद शहर में लोग भड़क गए। आरोपी इतना नशे में था कि उसे कुछ भी सूझ नहीं रहा था। यह वीडियो परिजन ने कमिश्नर को भी दिखाया। इसके वायरल होने के बाद लोगों ने पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए।
एसीपी को दी जिम्मेदारी
मामला बढ़ने के बाद कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने जांच एसीपी को सौंप दी है। लोगों ने तुकोगंज थाने के टीआई कमलेश शर्मा के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। कमिश्नर ने कहा है कि मामला बहुत गंभीर है। दो लोगों की जान गई है। परिजन एसीपी को बयान दर्ज कराएं, वे खुद ही इसे जांचेंगे। हम किसी भी हाल में इसमें कोई कोताही नहीं बरतेंगे।
शराबियों पर कड़ी कार्रवाई करें
विधायक मेंदोला ने कमिश्नर से कहा कि सर लोग शराबी वाहन चलाकर लोगों की जान ले रहे हैं। ऐसे मामलों में गंभीर कार्रवाई होना चाहिए ना कि किसी को यूं ही छोड़ दें। इससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास भी कम हो रहा है।