छतरपुर : मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के छतरपुर, सागर, दमोह, टीकमगढ़ सहित अन्य इलाको में आए दिन खेतों में खड़ी फसलें जलने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इनका सबसे बड़ा कारण खेतों के बीच से निकली टाॅवर लाइन और ट्रांसफाॅमर्र से निकली चिंगारी है। बीते रोज छतरपुर जिले के बंधी गांव में गेहूं की खड़ी फसल में आग लग गई। किसानों ने अपने स्तर पर बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सारे प्रयास नाकाफी साबित हुए। करीब 50 एकड़ के आसपास की पूरी फसल स्वाहा हो गई। इधर लगभग रोज ही सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर इलाके से इस तरह की खबरें सामने आ रही हैं।
किसानों ने पानी डालकर बुझाने का प्रयास किया, लेकिन काबू नहीं कर सके छतरपुर जिले के बंधी गांव में एक गेंहू के खेत में अचानक आग लग गई। यहां किसान फसल काटने की तैयारी कर रहे थे, उधर आग की एक चिंगारी में सबकुछ स्वाहा हो गया। आग की लपटे देखकर पूरे गांव में हड़कंप मच गया। पूरा गांव इकट्ठा होकर टेंकर से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास करने लगा, लेकिन सब प्रयास नाकाफी साबित हुए। जब तक फाॅयर लारी की मदद पहुंची तब तक करीब 50 एकड़ में खड़ी फसल खाक हो चुकी थी।
चंद रोज पहले सटई रोड पर भी आग लगी थी छतरपुर जिले में फसल में आग लगने की यह पहली घटना नहीं है। महज 5 दिन पहले ही सटई रोड पर स्थित रामगढ़ गांव में बिजली के तार आपस में टकराने से एक खेत में आग लग गई थी। करीब एक हेक्टेयर खेत में फसल जलकर नष्ट हो गई थी।
किसान बिजली के तार व ट्रांसफर से दूरी बनाकर रखें जानकारों का मानना है कि जिन खेतों से बिजली के नंगे तार, 11 केवीए, 33 केवीए व टाॅवर लाइन गुजरती हैं या फिर ट्रांसफाॅर्मर लगे हुए हैं, उन किसानों को फसल बोते समय थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। फसलों को बचाने के लिए प्रयास करें कि तारों के ठीक नीचे व ट्रांसफाॅमर्र के आसपास फसल न लगाएं, कुछ हिस्सा छोड़ दें। इसके अलावा मजदूरों को फसल कटाई व स्टाक के आसपास बीड़ी आदि पीने से सख्त मना करें। कोशिश करें की कटाई के बाद फसल को तत्काल उठवाकर सुरक्षित दूरी या जगह पर रखना दिया जाए।