शिंदे के मंत्री का दावा: ठाकरे सरकार गिराने के लिए दो साल में हुईं 100-150 बैठकें, फडणवीस की थी भूमिका

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महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री तानाजी सावंत ने बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर महाराष्ट्र में सरकार बदली। बता दें कि जून 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिसके चलते उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी। इसके बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना और भाजपा के गठबंधन में नई सरकार बनी, जिसमें देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री हैं।

क्या बोले तानाजी सावंत
महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री तानाजी सावंत ने एक ओस्मानाबाद में एक जनसभा के दौरान बोलते हुए कहा कि ‘हमारी (शिंदे गुट के नेताओं की) और देवेंद्र फडणवीस जी की बैठकें हुईं…। मैं और मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दो साल में 100 से 150 बैठकें की। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर शिवसेना और भाजपा ने ओस्मानाबाद जिला परिषद का चुनाव साथ लड़ा और यहीं से गठबंधन की शुरुआत हुई।’

सावंत ने कहा कि उन्होंने ही पहले जाकर मातोश्री में बगावत का बिगुल बजाया था। सावंत ने ये भी कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाना राज्य की 12 करोड़ जनता का अपमान था, जिन्होंने शिवसेना-भाजपा के गंठबंधन को वोट दिया था।

विपक्ष ने कसा तंज
वहीं तानाजी सावंत के बयान से विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने तानाजी सावंत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे साफ है कि बगावत के बीज शिंदे गुट के विधायकों के दिमाग में बहुत पहले से थे। बागी विधायकों ने आरोप लगाया था कि ठाकरे पार्टी विधायकों से नहीं मिलते और मंत्रियों, विधायकों को फंड नहीं दिया जाता, इससे साफ है कि उनका यह बहाना खोखला था।

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