भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को शीर्ष अदालत के फैसलों का ‘तटस्थ उद्धरण’ (न्यूट्रल साइटेश्न) शुरू करने की घोषणा की। यह सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला देने की एक समान पद्धति सुनिश्चित करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने पहले कहा था कि उसके फैसलों की पहचान करने व उनका हवाला देने के लिए एक समान, विश्वसनीय और सुरक्षित कार्यप्रणाली की शुरुआत और कार्यान्वयन के लिए कदम उठाए गए हैं।
सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ गुरुवार को जैसे ही तत्काल लिस्टिंग के लिए मामलों का उल्लेख सुनने के लिए इकट्ठी हुई, सीजेआई ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के सभी फैसलों में अब तटस्थ उद्धरण होंगे। लगभग 30,000 फैसलों में तटस्थ उद्धरण होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि हाईकोर्ट भी इसका अनुसरण करेंगे। सीजेआई ने कहा, शीर्ष अदालत मशीन लर्निंग टूल्स का भी इस्तेमाल कर रही है, जो उसके फैसलों को अंग्रेजी से भारतीय भाषाओं में अनुवादित करेगा। अब तक 2,900 आदेशों को हिंदी में अनुवाद किया गया है।
चार वकील इलाहाबाद और मद्रास हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश बने
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में तीन और मद्रास हाईकोर्ट में एक वकील को अतिरिक्त न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति के लिए अधिसूचना जारी कर दी। अधिसूचना के मुताबिक, वकील प्रशांत कुमार, मंजीवे शुक्ला और अरुण कुमार सिंह देशवाल को दो साल के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश तथा वकील वेंकटचारी लक्ष्मीनारायणन को मद्रास हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है।