इंदौर: दिसबंर माह में रिलायंस समूह के साथ कोकिला बेन अंबानी अस्पताल शुरू कर चर्चा में आए बीसीएम ग्रुप पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। यह ग्रुप इंदौर के बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों में शुमार है। समूह के 40 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमें सुबह 9 बजे एक साथ छापा मारने पहुंची। बीसीएम ग्रुप ने शहर में कई बड़े प्रोजेक्ट तैयार किए है और समूह के साथ जुड़कर कई लोगों ने रेशो डील के जरिए रियल एस्टेट कारोबार में तगड़ा निवेश कर रखा हैै। आयकर की टीमें उनके यहां भी पहुंची है। भागीदारों को मिलाकर कुल 40 से ठिकानों पर सुबह से जांच जारी है।
इंदौर मेें आयकर विभाग की निगाहे रियल एस्टेट कारोबारियों पर है। जनवरी मेें विभाग ने आठ समूहों के यहां छापे मारकर कर चोरी पकड़ी थी और फरवरी के पहले सप्ताह में इंदौर के बड़े बीसीएम समूह पर छापा मार दिया। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग की बड़ी टीम विजय नगर स्थित समूह के दफ्तर में पहुंची। इसके अलावा मुंबई, बेंगलूरु और कोलकाता में भी समूह से जुड़े लोगों के यहां जांच के लिए टीमें गई है।
रियल एस्टेट के अलावा होटल और अस्पताल में भी निवेश
बीसीएम समूह ने रिलायंस समूह के अस्पताल कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी के साथ पाटर्नर है। जनवरी माह में अस्पताल का लोकार्पण हुआ था और अभिनेता अमिताभ बच्चन और जया बच्चन अस्पताल का शुभारंभ करने इंदौर आए थेे। इंदौर में शुरू हुए इस अस्पताल के लिए जमीन बीसीएम समूह ने ही दी।समूह इंदौर में जोडिएक माल व अन्य प्रोजेक्ट भी ला चुका है। दस से ज्यादा बड़े अपार्टमेेंट समूह ने इंदौर मेें प्राइम लोकेशनों पर बनाए है। समूह ने इंदौर में एक होटल भी बनाया था, लेकिन बाद मेें उसे बेच दिया। समूह नमकीन कारोबार से भी जुड़ा हैै।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने छापा मारने से पहले समूह से जुड़े तथ्य जुटाए थेे। बताते है कि समूह के प्रोजेक्ट के लिए डेढ़ माह पहले कुछ आयकर विभाग के अधिकारी खरीदार बनकर पहुंचे थे। कागज पर कम दामों पर बिक्री दिखाने की पुष्टी होने के बाद छापे की योजना तैयार हुई। बीसीएम समूह के डायरेक्टरों में राजेश मेहता, अरुण मेहता, नवीन मेहता, रोहिन मेहता व ऋषभ मेहता के नाम शामिल है।