वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2023-24 पेश कर रही हैं। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है। इस बजट में सरकार की ओर से बड़ी घोषणाएं
कृषि त्वरक कोष की स्थापना
युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी।
कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी।
हमारा आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाना
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हमारा आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोजगार सृजन को तेज़ गति प्रदान करने और व्यापक आर्थिक स्थिरता को मज़बूत करने पर केंद्रित है।
वित्त मंत्री के भाषण के दौरान भारत जोड़ो के नारे भी लगे
केंद्रीय वित्त मंत्री के भाषण के दौरान भारत जोड़ो के नारे भी लगे। हालांकि, वित्त मंत्री ने इस दौरान अपना भाषण जारी रखा।
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर के विकास पर जोर
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर के विकास पर जोर रहेगा। नीतियों में वंचितों को वरीयता दी जाएगी।
प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन की बेहतर गुणवत्ता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित किया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन 9 वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ी है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान की शुरुआत
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान शुरू की गई है। सदियों तक शिल्पकारों ने अपने हाथों से चीजें रचकर भारत को प्रसिद्धि दिलाई है। वो जो बनाते हैं, उसमें आत्मनिर्भर भारत की सच्ची आत्मा है। इस नई योजना के जरिए उनकी बनाई चीजों की गुणवत्ता में सुधार आएगा और बाजार तक उनकी पहुंच बढ़ेगी। उन्हें स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी, ब्रांड प्रमोशन हो सकेगा। इससे बड़े पैमाने पर महिलाओं, अन्य पिछड़ा वर्ग को फायदा मिलेगा।हम हरित ईंधन, हरित ऊर्जा, हरित खेती जैसी कई योजनाएं चला रहे हैं। इन हरित प्रयासों से कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिली है और ग्रीन जॉब के मौके बढ़ रहे हैं।
यह अमृत काल का पहला बजट: निर्मला सीतारमण
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह अमृत काल का पहला बजट है। उम्मीद है कि इससे पिछले बजट के दौरान रखी गई नींव को मजबूत करने में मदद मिलेगी। हम ऐसे समग्र और खुशहाल भारत का दृष्टिकोण रखते हैं, जिसमें विकास का फायदा सभी वर्गों तक पहुंचे।
दो लाख करोड़ रुपये की खर्च कर हम जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न देंगे
केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान हमने यह सुनिश्चित किया कि किसी का पेट खाली न रहे। 28 महीनों तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया गया। दो लाख करोड़ रुपये की खर्च कर अगले एक साल में हम जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न देंगे। 2014 के बाद से हमारे प्रयासों की वजह से लोगों का जीवन बेहतर हुआ है।