नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्र सरकार की ओर से आम बजट पेश करेंगी। इस बजट से सबको उम्मीदें हैं। रेलवे को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। वंदे भारत 2.0 (Vande Bharat 2.0), हाइड्रोजन ट्रेन का तोहफा मिल सकता है। उम्मीद की जा रही है कि इस बजट में वित्त मंत्री 400 से 500 वंदे भारत ट्रेन, 4000 नए ऑटो मोबाइल कैरियर कोच , 58000 वैगन ट्रेनों का तोहफा मिल सकता है।वित्त मंत्री इस साल बजट में रेलवे के लिए 1.9 लाख करोड़ का बजट अलॉट कर सकती है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को उम्मीद है कि वित्त मंत्री उन्हें टिकट किराए में छूट दे सकती है।
बजट में रेलवे के लिए क्या खास
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को जब अपना पिटारा खोलेंगी तो कई चेहरों पर मुस्कान को किसी को निराशा हाथ लग सकती है। साल 2017 से पहले तक रेलवे बजट अलग से पेश होता था, लेकिन बाद में इसे आम बजट के साथ मिला दिया गया। इस बजट से रेलवे को और रेल यात्रियों को भी राहत की उम्मीद है। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री बड़े ऐलान कर सकती है। रेल बजट के फंड को बढ़ाया जा सकता है। इस बजट का इस्तेमाल नई लाइनों के निर्माण, गेज चेंज, इलेक्ट्रिफिकेशन, बेस्ट सिग्नलिंग के लिए किया जाएगा। रेलवे बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस हो सकती है। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर जोर होगा।
वंदे भारत से बुलेट ट्रेन तक
माना जा रहा है कि इस बजट में 400 से 500 नई वंदे भारत ट्रेनों का तोहफा मिल सकता है। वंदे भारत ट्रेनों की संख्या से हाई स्पीड ट्रेनों की रफ्तार को बढ़ाना है। इन ट्रेनों की रफ्तार को बढ़ाकर 180 किमी प्रति घंटे तक पहुंचाना है। वहीं इन ट्रेनों को बनाने में इतना सक्षम हो जाना है कि आने वाले सालों में भारत यूरोप, साउथ अमेरिका, ईस्ट एशिया जैसे देशों को निर्यात कर सके। वहीं सरकार इस बजट में स्लीपर कोच वाले वंदे भारत ट्रेनों का ऐलान कर सकती है। इस बजट में नई रेल पटरियों को बिछाने पर भी फोकस होगा। वहीं ये भी उम्मीद है कि आगामी बजट में अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए बजट बढ़ाने की घोषणा की जा सकती है। रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर हो सकता है। माना जा रहा है कि इस बजट में आधुनिकरण, विद्युतीकरण, नई रेल लाइनों, छोटी लाइन को अपग्रेड कर बड़ी लाइनों में बदलने, सिग्रनलिंग सिस्टम सुधारने पर फोकस होगा।