नई दिल्ली: पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। कर्तव्य पथ पर भव्य आयोजन होगा। परेड में कुल 23 झांकियां देखने को मिलेंगी। सभी झांकियों की थीम भी अलग-अलग होगी। 17 झांकियां देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी जबकि छह अलग सरकारी मंत्रालयों और विभागों की होंगी। इस साल मिस्र के राष्ट्रपति अब्लेद फतह अल-सीसी गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।
दिल्ली पुलिस के करीब 7 हजार जवान रहेंगे तैनात
परेड स्थल के आसपास दिल्ली पुलिस के करीब सात हजार जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा एनएसजी कमांडो, अर्धसैनिक बल और अन्य यूनिटों की मुस्तैदी रहेगी। समारोह स्थल व आसपास के इलाके को एंटी ड्रोन सिस्टम से लैस किया जा रहा है। जिसकी कमान डीआरडीओ के हाथो में रहेगी। परेड स्थल के चैक प्वाइंट पर पास व टिकट पर मौजूद क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद ही एंट्री मिल सकेगी। सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा पहली बार किया जा रहा है। नई दिल्ली जिले के डीसीपी प्रणव तायल ने कहा कि क्यूआर कोड स्कैन होते ही विजिटर की पूरी डिटेल सुरक्षाकर्मी के सामने होगी। सिर्फ पास व टिकट धारकों को ही परेड देखने के लिए एंट्री दी जाएगी।
पहली बार मार्चिंग दल में तीन महिलाएं
भारतीय नौसेना की टुकड़ी में लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत के नेतृत्व में 144 युवा नाविक शामिल होंगे। पहली बार मार्चिंग दल में तीन महिलाएं और छह अग्निवीर शामिल हैं।नौसेना की झांकी ‘इंडियन नेवी- कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल, कोहेसिव एंड फ्यूचर प्रूफ’ थीम पर डिजाइन किया गया है। यह भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं, नारी शक्ति और स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई प्रमुख चीजों को प्रदर्शित करेगी।
परेड में छह अग्निवीर भी लेंगे हिस्सा
74वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान देशभक्ति के जोश के बीच कर्तव्य पथ पर परेड में छह ‘अग्नीवीर’ नौसेना के मार्चिंग दस्ते का हिस्सा बनेंगे। समारोह की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि परेड के दौरान जिन सैन्य संपत्तियों को प्रदर्शित किया जाएगा, उनमें भारत में निर्मित उपकरण शामिल हैं, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना को दर्शाता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (एनएएमआईएस) और के-9 वज्र का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
दिल्ली में सवा सौ से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं प्रभावित
गणतंत्र दिवस परेड के चलते 26 जनवरी की सुबह चार बजे से परेड के रूट और उसके आस-पास की सड़कों पर ट्रैफिक की आवाजाही रोक दी गई है। दोपहर में लाल किले पर परेड खत्म होने तक ये पाबंदियां लागू रहेंगी। इस दौरान करीब दर्जन भर से ज्यादा जगहों से डीटीसी और क्लस्टर बसों के रूट भी डायवर्ट किए गए हैं। सवा सौ से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं प्रभावित होंगी। इसे देखते हुए डीटीसी ने डायवर्जन प्लान तैयार किया है, जिसके तहत 26 जनवरी की सुबह 4 बजे से बसों को डायवर्ट किया गया है।
तिलक ब्रिज पर ट्रेनों की आवाजाही रहेगी बंद
गणतंत्र दिवस परेड के लिए किए जाने वाले सुरक्षा इंतजामों के मद्देनजर 26 जनवरी की सुबह नई दिल्ली के तिलक ब्रिज पर ट्रेनों की आवाजाही भी अस्थायी रूप से बंद रहेगी। रेलवे ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया है कि 26 जनवरी को सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक सेवा प्रभावित रहेगी। इस दौरान 4 ट्रेनें रद्द की जाएंगी। नई दिल्ली-गाजियाबाद स्पेशल जेसीओ, पलवल-गाजियाबाद-पलवल स्पेशल जेसीओ, पलवल-नई दिल्ली स्पेशल जेसीओ और गाजियाबाद-नई दिल्ली स्पेशल जेसीओ शामिल हैं।