हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी से सामान्य जनजीवन पूरी तरह ठप्प होकर रह गया है। खासकर पर्वतीय इलाकों में तो हालात बदतर हो गए हैं। शिमला में सिर्फ एक दिन में सर्वाधिक बर्फबारी होने से पिछले 15 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। कई इलाके अभी अंधेरे में डूबे हैं, तो पेयजल की किल्लत से भी लोगों को जूझना पड़ रहा है। सड़क मार्ग भी बंद हैं। जिससे परिवहन सेवा ठप्प है।
तोड़ा 15 साल का रिकॉर्ड
अगर राजधानी शिमला की ही बात की जाए तो इस बार यहां एक ही दिन यानि 22 जनवरी को सबसे अधिक बर्फबारी ने पिछले 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। जनवरी माह के दौरान एक दिन में इतनी बर्फबारी करीब 15 साल बाद हुई है। जिससे शिमला का बड़ा भाग अंधेरे में डूबा है। शिमला में पेयजल संचार व सड़क परिवहन भी बदहाल है। तो दूसरी ओर खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने आवास से राज्य सचिवालय तक पैदल चल कर पहुंचना पड़ा। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं।
22 जनवरी को हुई भारी बर्फबारी
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह बताते हैं कि जनवरी के महीने में सर्वाधिक बर्फबारी का नया रिकार्ड बन गया है। 22 जनवरी को 44.5 सेंटीमीटर (सेमी) तक बर्फबारी हुई थी, जो 2004 के बाद साल के प्रथम महीने में होने वाली सर्वाधिक बर्फबारी है। उन्होंने कहा कि इसके पहले जनवरी में 24 घंटों के दौरान अधिकतम बर्फबारी 2004 में दर्ज की गई थी। 23 जनवरी, 2004 को 57.7 सेमी तक बर्फ गिरी थी। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में क्षेत्र में बर्फ और भारी बारिश मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ से उत्पन्न चक्रवात के कारण हुई है।
मौसम विभाग ने क्या कहा
मौसम कार्यालय शिमला के आंकड़ों के मुताबिक, शिमला में 2006 से जनवरी माह में लगातार दो वर्षों तक बर्फ नहीं पड़ी थी। 2008 में पूरी जनवरी में केवल एक सेंटीमीटर बर्फबारी हुई थी, जबकि 2009 में बर्फबारी 8.7 सेमी, 2010 में 1.8 सेमी और 2011 में 8.5 सेमी बर्फबारी हुई थी। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, 12 फरवरी, 2007 को शिमला में 62 सेमी बर्फबारी हुई थी, जो पिछले 99 वर्षों में एक दिन में सर्वाधिक है।