प्रियंका गांधी, इस समय विदेश में हैं, लेकिन देश में हर किसी की जुबान पर चर्चा उन्हीं की है। प्रियंका गांधी आज बकायदा फुल टाइम पॉलिटिक्स में लॉन्च हो गईं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकॉलजी की डिग्री हासिल करने वाली प्रियंका ने अगेंस्ट आउटरेज नाम से किताब भी लिखी है। प्रियंका को अपनी दादी से बेहद लगाव था और दादी इंदिरा को अपनी पोती से। कहते हैं कि प्रियंका में इंदिरा गांधी अपना अक्स देखा करती थीं। 16 बरस की उम्र से ही प्रियंका जोरदार भाषण देने लगी थीं। इंदिरा से मिली सीख से लेकर दादी की उस साड़ी तक का जिक्र उन्होंने अपनी किताब में किया है।
आज की प्रियंका गांधी ने बचपन में ही अपनी दादी के नक्शे कदम पर चलना सीख लिया था। महज 7 साल की उम्र में इंदिरा की दुलारी प्रियंका गांधी दादी से कई सवाल पूछती थीं। प्रियंका दादी से इतना प्यार करती थीं कि उनके बिना खाना तक नहीं खातीं थीं। अक्सर इंदिरा गांधी को मीटिंग से घर लौटने में देर हो जाती थी तो प्रियंका दादी से रूठ जाती थीं।
दादी इंदिरा की तरह ही प्रियंका गांधी का अंदाज भी है। बोलने का वैसा ही अंदाज़, वैसी ही चाल ढाल, वैसी ही साड़ी और वैसा ही हेयर स्टाइल। सबकुछ दादी इंदिरा गांधी की तरह। रायबरेली और अमेठी के कार्यकर्ताओं के दिल में दादी की तरह ही उतर चुकी हैं प्रियंका गांधी। उन्हें करीब से जानने वाले बताते हैं कि रायबरेली हो या अमेठी, दोनों जगहों पर प्रियंका गांधी कार्यकर्ताओं को उनके नाम से जानती हैं।