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🚩🌞 सुप्रभातम् 🌞🚩
📜««« आज का पंचांग »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5124
विक्रम संवत्……………………2079
शक संवत्……………………..1944
मास…………………………..कार्तिक
पक्ष……………………………..शुक्ल
तिथी…………………………एकादशी
संध्या 06.11 पर्यंत पश्चात द्वादशी
रवि…………………………दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 06.33.02 पर
सूर्यास्त…………संध्या 05.47.47 पर
सूर्य राशि…………………………तुला
चन्द्र राशि……………………….कुम्भ
गुरु राशि…………………………मीन
नक्षत्र…………………….पूर्वाभाद्रपद
रात्रि 12.04 पर्यंत पश्चात उत्तराभाद्रपद
योग…………………………..व्याघात
रात्रि 03.11 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण………………………….वणिज
प्रातः 06.47 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु……………………………..शरद
दिन…………………………..शुक्रवार
🇬🇧 आंग्ल मतानुसार :-
04 नवम्बर सन 2022 ईस्वी ।
🚩 तिथी / व्रत विशेष :
💮 देव प्रबोधनी एकादशी व्रत (बिल्वपत्र) / तुलसी विवाह :-
कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी, देवउठनी ग्यारस, प्रबोधिनी एकादशी आदि नामों से भी जाना जाता है ।
शास्त्रों में कार्तिक मास को श्रेष्ठ मास माना गया है। मासों में कार्तिक मास, देवताओं में भगवान विष्णु और तीर्थों में नारायण तीर्थ बद्रिकाश्रम श्रेष्ठ है। ये तीनों कलियुग में अत्यंत दुर्लभ हैं। अर्थात् कार्तिक मास के समान कोई भी मास नहीं है।
पुराण में वर्णित है कि यह मास धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष को देने वाला है। विशेष रूप से स्नान दान एवं तुलसी की पूजा इस मास में विशेष फलदायी है। कार्तिक मास में दीपदान करने से पाप नष्ट होते हैं। स्कंद पुराण में वर्णित है कि इस मास में जो व्यक्ति देवालय, नदी के किनारे, तुलसी के समक्ष एवं शयन कक्ष में दीपक जलाता है उसे सर्व सुख प्राप्त होते हैं।
इस मास में भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी के निकट दीपक जलाने से अमिट फल प्राप्त होते हैं। इस मास में की गई भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की उपासना असीमित फलदायी होती है। आषाढ़ शुक्ल एकादशी की तिथि को देव शयन करते हैं और इस कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन उठते हैं। इसीलिए इसे देवोत्थान (देवउठनी) एकादशी कहा जाता है।
चातुर्मास पूर्ण :-
देवशयनी एकादशी से प्रारंभ हुआ चातुर्यामास व्रत आज पूर्ण होता है | इस व्रत को करने वाले सूर्य जैसे दीप्तिमान होकर विमान पर बैठकर स्वर्ग को जाते हैं। इस व्रत में गुरु व शुक्र उदय-अस्त का कोई विचार अवश्य करें। यदि सूर्य धनु राशि के अंश में भी आ गया तो यह तिथि पूर्ण समझी जाती है। जो स्त्री या पुरुष पवित्र होकर शुद्धता से इस व्रत को करते हैं, वे सब पापों से छूट जाते हैं।
☸ शुभ अंक………………….4
🔯 शुभ रंग……………आसमानी
⚜️ अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.47 से 12.32 तक ।
👁🗨 राहुकाल (अशुभ) :-
प्रात: 10.46 से 12.10 तक ।
🚦 दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
🌞 उदय लग्न मुहूर्त –
तुला
05:18:07 07:32:44
वृश्चिक
07:32:44 09:48:55
धनु
09:48:55 11:54:32
मकर
11:54:32 13:41:39
कुम्भ
13:41:39 15:15:13
मीन
15:15:13 16:46:24
मेष
16:46:24 18:27:08
वृषभ
18:27:08 20:25:47
मिथुन
20:25:47 22:39:28
कर्क
22:39:28 24:55:39
सिंह
24:55:39 27:07:27
कन्या
27:07:27 29:18:07
✡ चौघडिया :-
प्रात: 07.59 से 09.22 तक लाभ
प्रात: 09.22 से 10.45 तक अमृत
दोप. 12.09 से 01.32 तक शुभ
सायं 04.19 से 05.42 तक चंचल
रात्रि 08.56 से 10.32 तक लाभ ।
💮 आज का मंत्रः
|| ॐ गोविन्दाय नम: ||
📢 सुभाषितानि :-
मूढः कश्चन वैयाकरणो, डुकृञ्करणाध्ययन धुरिणः।
श्रीमच्छम्कर भगवच्छिष्यै, बोधित आसिच्छोधितकरणः॥३२॥
अर्थात :
इस प्रकार व्याकरण के नियमों को कंठस्थ करते हुए किसी मोहित वैयाकरण के माध्यम से बुद्धिमान श्री भगवान शंकर के शिष्य बोध प्राप्त करने के लिए प्रेरित किये गए॥३२॥
🍃 आरोग्यं :-
अदरक और शहद के फायदे –
4. कैंसर की रोकथाम –
कैंसर की रोकथाम के मामले में, अध्ययनों से पता चला है कि शहद और अदरक के संयोजन में केमो-निवारक गुण और एंटीऑक्सिडेंट एंजाइमों का उत्तेजना होता है जो कैंसर के विकास और मेटास्टेसिस यानी कैंसर के स्थानांतरण की संभावनाओं को कम करता है।
इसलिए, शहद अदरक टॉनिक न केवल कीमोथेरेपी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है बल्कि कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकता है।
⚜ आज का राशिफल :-
🐐 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवेक से कार्य करें। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। मनोरंजन का समय मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। कारोबारी वृद्धि की योजना बनेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय की अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से कोई भी कार्य न करें। विवाद में न पड़ें।
👫🏻 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। बाहर जाने की योजना बनेगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ समय मनोरंजन में व्यतीत होगा। आय होगी। व्यापार ठीक चलेगा।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
थकान व कमजोरी रह सकती है। खान-पान पर ध्यान दें। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों की सहायता करने का मौका मिलेगा। समय अच्छा व्यतीत होगा। प्रसन्नता रहेगी।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
विवाद को बढ़ावा न दें। हल्की हंसी-मजाक करने से बचें। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मसम्मान बनेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। कोई बड़ा कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। कुसंगति से दूर रहें। हानि संभव है।
🙎🏻♀️ राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के काम में दखल न दें। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। जल्दबाजी न करें।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। तनाव रहेगा। व्यापार ठीक चलेगा। यात्रा में विशेष सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी मनोरंजक कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है, प्रयास करें। यात्रा मनोरंजक रहेगी। सामाजिक कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। व्यापार ठीक चलेगा। परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। समय अनुकूल है। कोई आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। मित्रों के साथ समय मनोरंजक बीतेगा। अधिक हंसी-मजाक करने से बचें।
🐊 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनोरंजन के साधन प्राप्त होंगे। तीर्थदर्शन की योजना बनेगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। परिवार के साथ रहने का अवसर प्राप्त होगा। लाभ होगा।
🏺 राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी व लापरवाही भारी पड़ सकती है। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। हल्की हंसी-मजाक न करें। विवाद हो सकता है। किसी व्यक्ति की नाराजी से मन खराब होगा। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मनोरंजन होगा।
🐋 राशि फलादेश मीन :-
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
बुद्धि का प्रयोग किसी भी समस्या का निवारण कर सकता है, यह याद रखें। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों का सहयोग व साथ मिलेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यापार ठीक चलेगा। समय सुखमय व्यतीत होगा।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो |
।। 🐚 शुभम भवतु 🐚 ।।