मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा एवं खेल युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी भले ही चुनाव जीत कर मंत्री बन गए हो लेकिन उनकी राजनीतिक मुश्किलें खत्म नही हुई है। उनके एक एक कदम पर विरोधियों की गिद्ध निगाहें लगी हुई है। अपनी विधानसभा ,कार्यकर्ताओं और आम जनता की जरा सी अनदेखी पटवारी को भारी पड़ सकती है।जिसका खामियाजा आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।पटवारी के खिलाफ राऊ विधानसभा से चुनाव लड़े जीतू जिराती और मधु वर्मा दोनो ही पटवारी की राजनीतिक जमीन खसकाने में जुट गए है।जहाँ जिराती ग्रामीण क्षेत्रो में पटवारी के खिलाफ मुहिम चला रहै है वही, वर्मा शहरी क्षेत्रों में पकड़ बनाने में जुट गए है। कभी सड़क,बिजली पानी के नाम पर तो कभी किसानों के नाम पर आंदोलन कर पटवारी के खिलाफ जिराती और वर्मा ने मोर्चा खोल दिया है। अब यदि जीतू पटवारी ने अपने ही लोगो की अनदेखी करना शुरू की तो अभी नही लेकिन आगामी चुनावों में पटवारी को बड़ा नुकसान हो सकता है ।सूत्रों के मुताबिक पटवारी से जुड़े कुछ लोग जिराती के संपर्क में बने हुए है।