भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बुधवार को भोपाल में एससी एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव एवं एक्सपो का शुभारंभ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि व जनजातीय नायक बिरसा मुंडा और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को नमन कर दीप प्रज्वलित किया. ये आयोजन दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) और मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) के साथ मिलकर किया गया.
सामान्य और नीतिगत समस्याओं के निदान के लिए MOU पर हस्ताक्षर : इस कार्यक्रम में 26 बड़े उद्यमियों समेत देश भर से एससी-एसटी वर्ग के 2,000 से अधिक कारोबारी और स्टार्ट अप उद्यमियों ने शिरकत किया. इस मौके पर डिक्की और मध्य प्रदेश सरकार के एमएसएमई विभाग के बीच MOU पर भी हस्ताक्षर किए गए. इस MOU के जरिए मध्य प्रदेश के अनुसूचित जाति-जनजाति के कारोबारियों को होने वाली सामान्य और नीतिगत समस्याओं को चिह्नित करके दूर करने का प्रयास किया जाएगा.
एक लाख नौकरियों में हम भर्तियां करेंगे-सीएम: एससी एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव एवं एक्सपो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि- ” नौजवानों में क्षमता, योग्यता और प्रतिभा है. सहयोग मिल जाए, तो बच्चे इतिहास रच सकते हैं. रोजगार बड़ी समस्या है. सबको सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती. आजादी के तत्काल बाद शिक्षा नौकरी की गारंटी होती थी. जैसे-जैसे समय बदला वैसे-वैसे नौकरियों की संख्या नहीं बढ़ रही. एक लाख नौकरियों में हम भर्तियां करेंगे. एक लाख के पद भर रहे हैं. वैकल्पिक रोजगार के अवसर खोजने होंगे. रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनें. “
युवाओं को ट्रेनिंग देने और उनकी क्षमताएं बढ़ाने की जरूरत : इस मौके पर मंत्री सखलेचा ने कहा है कि अजा-अजजा समाज ने शिक्षा से आज यह मुकाम पाया है. संयुक्त रूप से सब के सहयोग से आगे बढ़ने के लिए प्रयास किए जाएं. हर योजना में सरकार सभी को आगे बढ़ने का मौका दे रही है. गांवों में बहुत से लोगों के पास क्षमता है. हर जिले में युवाओं को ट्रेनिंग देने और उनकी क्षमताएं बढ़ाने की जरूरत है.
हर व्यक्ति में असीम संभावनाएं होती हैं: मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि एससी-एसटी समुदाय के युवा, मन से उद्यमिता के लिए प्रयास करें. हर व्यक्ति में असीम संभावनाएं होती हैं. महत्वाकांक्षा रखिये और दृढ़-निश्चय से सफलता अवश्य मिलेगी. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों और लॉजिस्टिक की कोई कमी नहीं है. राज्य सरकार योजनाओं और ईज ऑफ डूइंग नीति के तहत युवाओं को उद्योग स्थापित करने के लिये प्रेरित कर रही है. कॉन्क्लेव में सफल उद्यमियों द्वारा दी गई सीख अपने साथ ले जाएं.