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इटावा:पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। सैफई में दिग्गज नेताओं समेत हजारों लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान समर्थक अपने नेता की झलक पाने और छूने के लिए बेकरार दिखे।
सोमवार को मुलायम का पार्थिव शरीर सैफई उनके घर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं और समर्थकों का हुजूम उमड़ने लगा था, जो मंगलवार अंतिम संस्कार होने तक जारी रहा। गलियों से जब मुलायम अपने अंतिम सफर पर निकले, तो हर कोई रो पड़ा। बुजुर्ग, महिलाएं और युवा हर कोई गमगीन दिखा।
बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी। नेता जी अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा…जैसे नारों से आसमान गूंज उठा।
अब आइए तस्वीरों में देखते हैं मुलायम की अंतिम यात्रा.
सैफई के मेला ग्राउंड में मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। इस दौरान लोगों ने ‘नेताजी अमर रहे’ के नारे लगाए।
मंगलवार शाम करीब 4 बजे अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह को मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके साथ परिवार के लोग और करीबी मौजूद रहे।
मुलायम सिंह को नमन करते अभिनेता अभिषेक बच्चन। साथ हैं उनकी मां जया बच्चन।
मुलायम के अंतिम संस्कार की तैयारी करते अखिलेश यादव, अबू आजमी और धर्मेंद्र यादव।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को ढांढस बंधाया।
राजकीय सम्मान के साथ मुलायम सिंह को अंतिम विदाई दी गई। पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
अंतिम संस्कार से पहले बेटे अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह के पैर छूकर नमन किया। अखिलेश के साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद रहीं।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने भी ससुर मुलायम सिंह यादव के पैर छूकर नमन किया।
अंतिम क्रिया को पूरा करते बेटे अखिलेश यादव और बहू डिंपल यादव। दोनों ने नम आंखों से नेताजी को विदा किया।
मुलायम सिंह यादव की अंतिम क्रिया को अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने मिलकर पूरा किया।
बहू डिंपल यादव घर से कार में बैठकर मेला ग्राउंड के लिए निकली थीं।
अंतिम संस्कार के दौरान मेला ग्राउंड पर हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक पहुंचे थे।
मेला ग्राउंड में अखिलेश और शिवपाल के साथ हजारों मुलायम समर्थक मौजूद रहे। जब तक सूरज-चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा के नारे लगाए गए।
मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को सपा के झंडे में लपेटा गया था। साथ ही उनको सपा की लाल टोपी भी पहनाई गई थी।
समर्थकों की भीड़ के चलते सुरक्षा कर्मियों को थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मुलायम को छूने और पास से देखने के लिए लोगों ने कई बार सुरक्षा घेरा तोड़ा।
कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि वो आपस में हल्की धक्का-मुक्की करते दिखे। हालांकि सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी के चलते हालात सामान्य रहे।
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में योग गुरु बाबा रामदेव भी पहुंचे थे। अंतिम यात्रा के दौरान वह अखिलेश के साथ रहे।
ये फोटो अंतिम संस्कार से कुछ देर पहले की है। इस दौरान अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं को धैर्य रखने की बात समझा रहे थे।
मेला ग्राउंड में मुलायम के पार्थिव शरीर के साथ अखिलेश यादव और शिवपाल यादव।
अंतिम यात्रा के दौरान अखिलेश यादव ने समर्थकों को कई बार ढांढस बंधाया। इसके चलते भीड़ बेकाबू नहीं हुई।
समर्थकों और कार्यकर्ताओं की संख्या इतनी ज्यादा थी कि मेला ग्राउंड में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
समर्थक और कार्यकर्ता मुलायम सिंह यादव को कंधा देने के लिए बेताब दिखे।
मुलायम का पार्थिव शरीर चिता की ओर ले जाने लगे तो समर्थकों ने हाथ जोड़कर नमन किया। साथ ही मुलायम सिंह अमर रहे के नारे लगाए।
मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरी को कंधा देते सुरक्षा कर्मी और पारिवारिक सदस्य।
अंतिम यात्रा के दौरान समर्थकों ने अखिलेश यादव से हाथ मिलाया और उनको सांत्वना दी।
शव वाहन में मुलायम के परिवार वाले मौजूद रहे।
मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए कुछ समर्थक पोल पर चल गए थे। सुरक्षा कर्मियों ने उनको नीचे उतारा।
मुलायम के पार्थिव शरीर को तिरंगा में लपेट कर लाया गया था। बाद में सपा के झंडे में लपेटा गया।
प्रदर्शनी पंडाल भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
अखिलेश यादव अपने परिवार सदस्यों के साथ।
भाजपा सांसद मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी भी मुलायम सिंह काे श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। अखिलेश ने हाथ जोड़कर उनको प्रणाम किया।
मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करते लोग।
मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए समर्थक हजारों की संख्या में पहुंचे थे। मेला ग्राउंड समर्थकों से खचाखच भरा हुआ था।
मुलायम की झलक पाने के लिए कुछ समर्थक आसपास की बिल्डिंगों की छतों पर चढ़ गए थे।
मुलायम सिंह को कंधा देने के लिए समर्थक धक्का-मुक्की करते दिखे। सुरक्षा कर्मियों ने उनको उनको कंधा देकर चिता तक पहुंचाया।
अंतिम दर्शन के लिए मंगलवार सुबह 10 बजे मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर प्रदर्शनी पंडाल में रखा गया था।
मुलायम के समर्थक उनके पास आने को जद्दोजहद करते रहे। इसके चलते सुरक्षा कर्मियों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव को ढांढस बंधाया। दोनों नेताओं ने मुलायम को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
सपा के वरिष्ठ विधायक आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला खान के साथ मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
चाचा शिवपाल यादव और वरिष्ठ सपा विधायक आजम खान के साथ अखिलेश यादव।
नेताजी के पार्थिव शरीर को सोमवार की रात आवास पर रखा गया था। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
मुलायम सिंह यादव के निधन पर पारिवारिक सदस्य रोत-बिलखते दिखाई दिए।
मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था।
एक-दूसरे को ढांढस बंधाते मुलायम सिंह यादव के परिवार के सदस्य। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था।
मुलायम को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग सोमवार रात में ही पहुंचने लगे थे।
मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देती महिला।
अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को उनके परिवार की महिलाएं ढांढस बंधाती रहीं।
मुलायम के निधन की सूचना पर विधायक इरफान सोलंकी समेत कई सपा नेता रात में ही आवास पर पहुंच गए थे।
मुलायम के निधन की सूचना पर उनके परिवार के सदस्य सोमवार रात में ही आवास पर पहुंच गए थे।
ये बुजुर्ग दिव्यांग मुलायम की एक झलक पाने के लिए और उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचा था, लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से दूर से ही उन्हें देख पाया।
ये फोटो मुलायम समर्थकों की है। सभी उनकी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे।
मुलायम की अंतिम यात्रा में शामिल होने आया ये बुजुर्ग उनकी एक झलक पाना चाहता था, लेकिन भीड़ ज्यादा होने पर हिम्मत नहीं जुटा पाया और जमीन पर ही बैठ गया।
मुलायम के सैफई आवास पर मंगलवार सुबह कुछ इस तरह का माहौल दिखाई दिया।
मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए कई बुजुर्ग भी पहुंचे। ये सभी मुलायम के क्षेत्र के ही रहने वाले थे। मुलायम के निधन पर ये सभी गमगीन दिखाई दिए।
अंत्योष्टि स्थल पर मंगलवार सुबह कार्यकर्ता तेजी से काम कराते नजर आए क्योंकि काफी समर्थकों की भीड़ जुटने लगी थी।
मेला ग्रांउड पर सोमवार रात से ही मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी गई थीं, जो मंगलवार सुबह तक होती रहीं।