जबलपुर: हाईकोर्ट के एक वकील की खुदकुशी पर जमकर हंगामा हो गया। वकील की खुदकुशी पर भड़के वकीलों ने शव रखकर प्रदर्शन किया। साथ ही हाईकोर्ट में वकीलों के चैंबर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। वकीलों ने धरना प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए वकीलों पर लाठीचार्ज कर दिया। दरअसल रेप के आरोपी टीआई के केस की सुनवाई के दौरान उनकी ओर से पैरवी कर रहे दोनों वकीलों में विवाद हो गया था। जिसके बाद वकील अनुराग साहू ने घर जाकर फांसी लगा ली थी। फिलहाल वकीलों से बातचीत कर पुलिस शव पोस्टमाॅर्टम के लिए ले गई है।
इस पूरे बवाल के बाद वकीलों ने बैठक की। उन्होंने इस मामले में CBI से जांच की मांग की। साथ ही शनिवार को कोर्ट में काम नहीं करने का ऐलान किया है।
शुक्रवार को रेप के आरोपी पुलिस अफसर संदीप अयाची की जमानत के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें आरोपी टीआई संदीप अयाची की ओर से वकील अनुराग साहू (40) और वकील मनीष दत्त पैरवी कर रहे थे। सुनवाई के दौरान ही दोनों वकीलों में व्यक्तिगत बहसबाजी हो गई। जिसके बाद वकील अनुराग साहू घर पहुंचे और फंदे पर झूल गए।
शव लेकर हाई कोर्ट पहुंचे वकील
जानकारी मिलते ही वकील अनुराग का शव लेकर हाई कोर्ट पहुंच गए। यहां उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित वकीलों ने कोर्ट में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सुरक्षा अधिकारी से भी हाथापाई की। साथ ही वकील कोर्ट में ही धरने पर बैठ गए।
लाठीचार्ज और आगजनी भी हुई
हाईकोर्ट में स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारी वकीलों ने अधिवक्ता मनीष दत्त के चैंबर समेत दूसरे वकीलों के चैंबर में भी आग लगा दी। तोड़फोड़ भी कर दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी को भी वकीलों ने लौटा दिया। बताया जा रहा है कि हंगामा कर रहे अधिकतर वकील जिला कोर्ट के हैं।
लेटर बॉक्स का क्या है मामला
जस्टिस संजय द्विवेदी की कोर्ट के बाहर लगे लेटर बॉक्स में जज के नाम की एक चिट्ठी कुछ दिन पहले आई थी। बताया जाता है कि इस लेटर में जिक्र था कि कुछ वकीलों की गैंग युवतियाें के साथ मिलकर लोगों पर रेप के मामले दर्ज कराती है, फिर समझौते के नाम पर मोटी रकम वसूलती है। इस लेटर को जस्टिस ने सीजे को भेज दिया। वहां से मामले के जांच के लिए एसपी को आदेश दिया गया। फिलहाल ये सामने नहीं आ सका है कि लेटर में किन वकीलों की गैंग का जिक्र है।