भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र का आज दूसरा दिन है. 17 सितंबर तक चलने वाले इस सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने सदन के बाहर जमकर हंगामा किया. कांग्रेस नेताओं ने लहसुन को विधानसभा के गेट पर फेंक दिया और सरकार पर जमकर आरोप लगाए. माना जा रहा है कि आज भी कांग्रेस किसानों को लहसुन की कीमतें दिलाने के लिए सरकार से चर्चा करना चाहेगी. इसके अलावा महंगाई, बिजली के मुद्दे पर भी विपक्ष सरकार को घेरेगा.
कमलनाथ विधानसभा में उठाएंगे कई मुद्दे: बता दें कि इस सत्र में शिवराज सरकार वर्ष 2022-23 का अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी. वित्त विभाग के अनुसार अनुपूरक बजट 2500 करोड़ से ज्यादा राशि का प्रावधान किया गया है. विधानसभा सत्र में सरकार 4 संशोधन अध्यादेश सदन के पटल पर रखेगी. उधर विपक्ष ने सरकार को घेरने को लेकर पूरी रणनीति तैयार की है. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ किसानों, भ्रष्टाचार, कुपोषण, बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा, यूरिया वितरण में अनियमितता, कैग की रिपोर्ट और बांधों के निर्माण और खराब कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगे.
कांग्रेस नेताओं ने लहसुन सदन के बाहर फेंका: कल मंगलवार को मध्यप्रदेश विधानसभा का पहला दिन हंगामेदार रहा. इसके बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. दरअसल मध्यप्रदेश के किसान लहसुन के कम दाम मिलने से परेशान हैं. जिलको लेकर कांग्रेस नेताओं ने लहसून सदन के बाहर फेंक दिया था. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार विधायक खरीद सकती है लेकिन किसानों की उपज लहसून को नहीं खरीद सकती.
विनय सक्सेना बनाया मुख्य सचेतक: नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने विधायक दल के नए पद पदाधिकारी 1 दिन पहले ही तय की है. इसमें सुनील को मुख्य सचेतक जबकि विनय कुमार सक्सेना, रामलाल मालवीय, झूमा सोलंकी को सचेतक बनाया गया है. इसी तरह नीलय डागा को कोषाध्यक्ष और पंछी लाल मीणा, नीलांशु चतुर्वेदी, बैजनाथ कुशवाहा को सदस्य बनाया गया है. कांग्रेस को उम्मीद है इससे सदन में कांग्रेस को और धार मिलेगी.