दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद शिवराज कैबिनेट का मंत्रीमंडल विस्तार तय, 6 से 7 मंत्रियों के बदलेंगे विभाग

भोपाल मध्यप्रदेश

शहडोल। लंबे समय से मंत्रीमंडल विस्तार की अटकलों के बीच अब तय हो गया है कि मंत्रीमंडल में 6 से 7 मंत्रियों की कमजोर परफॉर्मेंस के चलते विभागों को बदला जाएगा. साथ ही मंत्रिमंडल में खाली चार पद भी भरें जाएंगे. यानी पूरे 35 सदस्यों का मंत्रिमंडल पूरा किया जाएगा.

कई मंत्रियों के विभागों को बदला जाएगा
दिल्ली हाई कमान से हरी झंडी मिलने के बाद सीएम शिवराज सिंह की कोर ग्रुप में भी चर्चा हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक सिंधिया समर्थक मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड कमजोर है. ऐसे में सिंधिया समर्थक मंत्रियों के अलावा कई और मंत्री हैं, जिनकी विभागों की अनियमितता की रिपोर्ट दिल्ली तक पहुंची है. जिनके कारण बीजेपी सरकार की किरकिरी हुई है. मंत्रियों द्वारा विभागों के कामकाज में रुचि नहीं लिए जाने और कुछ मंत्रियों के पुत्रों, पत्नियों और उनके निजी स्टाफ के विभाग में हस्तक्षेप को भी संगठन ने गंभीरता से लिया है. वे भी इस बदलाव के दायरे में आ सकते हैं.

कई मंत्रियों की परफॉर्मेंस अच्छी, उन्हें मिलेगा प्रमोशन

सीएम शिवराज द्वारा ली गई समय-समय पर समीक्षा बैठकें और वन टू वन से मिले फीडबैक की रिपोर्ट केंद्रीय हाईकमान को दी गई है. साथ ही मंत्रियों का संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ किस तरह का व्यवहार रहा है और कामों को कितनी तेजी में किया गया है. इसका पूरा ब्यौरा तैयार करने के बाद मंत्रिमंडल में विभागों की छटनी होगी. साथ ही जिन मंत्रियों का काम अच्छा है उन्हें बड़े विभाग दिए जा सकते हैं.

शिवराज सहित 31 हुई मंत्रियों की संख्या

  • 11 मंत्री ग्वालियर चंबल संभाग
  • मालवा से 7
  • निमाड़ से 2 मंत्री
  • मध्य क्षेत्र से 3
  • बुंदेलखंड से 4
  • महाकौशल में सिर्फ 1
  • विंध्य से 3

मंत्रिमंडल विस्तार में महाकौशल से 2 चेहरे शामिल हो सकते हैं, विंध्य और निमाड़ से भी नए चेहरा देखने को मिल सकते हैं.हालांकि चुनावी साल में मंत्रिमंडल में 1 से 2 मंत्रियों को बदला भी जा सकता है, लेकिन समीकरण साधने के लिए उसी क्षेत्र से नए चेहरे को मौका दिए जा सकता है.

इन जिला अध्यक्षा पर गिर सकती है गाज

इंदौर शहर, डिंडोरी, मंडला, अनूपपुर, दमोह, अशोकनगर, बड़वानी, बालाघाट, सीधी, सिंगरौली समेत 19 जिलों के अध्यक्ष हटाने की स्थिति बन रही है. इन पर वरिष्ठ नेताओं से समन्वय न करने, निकाय चुनाव में कैंडिडेट के विरुद्ध अपनों को चुनाव जैसे आरोप हैं.

नवरात्रि में निगम मंडल में नियुक्ति

कोर कमेटी ने निगम मंडलों में नियुक्ति को भी सहमति दी है. नवरात्र या उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार और बचे हुए निगम, मंडलों और बोर्ड-आयोग, प्राधिकरणों में नियुक्तियां की जाएगी. प्रदेश की टीम में नए नाम भी जुड़ सकते हैं, क्योंकि कई पदाधिकारियों को पिछले एक साल में नई जिम्मेदारियां भी मिल गई हैं. बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेयी का कहना है कि नेताओं का दिल्ली दौरा मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर नहीं देखा जा सकता ,और जहां तक मंत्रिमंडल विस्तार की बात है तो ये विशेषाधिकार मुख्यमंत्री का है.

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