इंदौर: शहर में 5 अगस्त को होने वाले महापौर-पार्षद शपथ समारोह को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। अभय प्रशाल में होने वाले इस आयोजन से कांग्रेस किनारा करती नजर आ रही है। कांग्रेस ने इस संबंध में कलेक्टर के सामने अपनी बात रखी है। इंदौर में 85 पार्षदों में से 64 पर भाजपा और 19 पर कांग्रेस पार्षदों को जीत मिली है। महापौर भी भाजपा के ही चुने गए हैं। दो पार्षद निर्दलीय हैं। आयोजन में सीएम शिवराजसिंह चौहान भी शामिल होंगे।
इसे लेकर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कलेक्टर मनीष सिंह से चर्चा भी की है। साथ ही निवेदन भी किया है कि कांग्रेस के विजय पार्षदों की शपथ कलेक्टर ऑफिस में कराई जाए। हालांकि इसे लेकर अभी और भी चर्चा होना बाकी है। लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेता यह नहीं चाह रहे हैं कि वे अभय प्रशाल में शपथ लें। हालांकि कोई भी नेता इसकी साफ तौर पर वजह बताने को तैयार नहीं है। लेकिन सुगबुगाहट है कि आयोजन नगर निगम और पूरी परिषद भाजपा की चुनी जाएगी। और कुछ कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि संभव है कि कार्यक्रम में कांग्रेसियों को तवज्जो न मिले।
कलेक्टर से की फोन पर चर्चा
इस मामले में इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का कहना है कि 5 अगस्त को कांग्रेस पार्षद अभय प्रशाल में होने वाला है। मगर कांग्रेस के पार्षद यहां शपथ नहीं लेंगे। इसे लेकर कलेक्टर मनीष सिंह से चर्चा की है। उन्हें निवेदन किया गया है कि कांग्रेस पार्षदों की शपथ कलेक्टर ऑफिस में ही करा दी जाए। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया है। मगर इस मामले में पूरी बात होना अभी शेष है।
5 अगस्त को होना है शपथ समारोह
इंदौर महापौर और निगम के 85 वार्डों में से 64 वार्डों में भाजपा पार्षदों की जीत हुई है। इस जीत लेकर भाजपा में काफी उत्साह है। महापौर सहित पार्षदों का शपथ समारोह 5 अगस्त को इंदौर के अभय प्रशाल में आयोजित किया गया है। 8 अगस्त को निर्वाचित महापौर व पार्षदों का पहला सम्मेलन ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर में होगा। इसमें निगम सभापति का निर्वाचन भी होगा।
कांग्रेस के पास 19 पार्षद
निगम चुनाव में 85 वार्डों में से 19 वार्डों पर कांग्रेस के पार्षद काबिज हुए हैं। 64 वार्डों पर भाजपा के तो 2 वार्डों में निर्दलीय ने अपना कब्जा जमाया है। वहीं कांग्रेस का एक विजय पार्षद राजू भदौरिया फिलहाल जेल में है। जिन्हें छुड़ाने के लिए कांग्रेस के नेता भी प्रयास कर रहे हैं।