क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सट्टेबाजी को वैध करने पर विचार करें : अजीत सिंह शेखावत

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख अजीत सिंह शेखावत ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सट्टेबाजी को वैध करने पर विचार करने की बात कही है। उन्होंने इसके लिए एक मैच फिक्सिंग कानून बनाने की भी सलाह दी। शेखावत राजस्थान में पुलिस महानिदेशक थे। वे पिछले साल अप्रैल में एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख बने थे। शेखावत का बयान उस समय आया है, जब सट्टेबाजों के 12 नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेटर्स से संपर्क करने की बात सामने आई है। दूसरी ओर, पहली बार एक भारतीय महिला क्रिकेटर ने फिक्सिंग की शिकायत की है।

शेखावत से पूछा गया कि क्या मुंबई, कर्नाटक और तमिलनाडु में इस साल मैच फिक्सिंग के मामले आने के देश में स्पॉट फिक्सिंग को रोकना नामुमकिन हो गया है? इस पर उन्होंने कहा, ‘यह ऐसा नहीं है कि जिसे रोका नहीं जा सके। हमें इसके खिलाफ मैच फिक्सिंग कानून बनाने की जरूरत है। अगर इसके खिलाफ स्पष्ट कानून बनता है, तो पुलिस की भी भूमिका स्पष्ट होगी।’

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में मैच फिक्सिंग अपराध : शेखावत
शेखावत ने कहा, ‘पिछले साल भारतीय लॉ कमीशन ने मैच फिक्सिंग को एक अपराध घोषित करने की बात कही थी। ऐसा इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में है। सट्टेबाजी को वैध करना भ्रष्टाचार को रोकने का एक और तरीका है। इससे सारा अवैध कारोबार नियंत्रित हो सकता है। हालांकि, इसके लिए कुछ मापदंड बनाने होंगे, ताकि सबकुछ नियंत्रण में हो। इससे सरकार को राजस्व में बड़ी राशि मिल सकती है।’

लोढ़ा समिति ने भी सट्टेबाजी को वैध करने की सिफारिश की थी
सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में आईपीएल में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के मामले सामने आने के बाद 2015 में पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा की अगुवाई में एक समिति बनाई थी। तब लोढ़ा समिति ने भी सट्टेबाजी को वैध बनाने की सलाह दी थी। हालांकि, समिति ने यह भी कहा था कि इसे कुछ शर्तों के साथ लागू करना होगा। जैसे कि मैच में खेल रहे खिलाड़ी इसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी तरीके से शामिल न हों।

महिला क्रिकेटर की शिकायत पर दो के खिलाफ एफआईआर दर्ज
सोमवार को एक महिला क्रिकेटर ने फिक्सिंग की शिकायत थी। इसके बाद एंटी करप्शन यूनिट ने राकेश बाफना और जितेंद्र कोठारी के खिलाफ फिक्सिंग और धोखेबाजी को लेकर बेंगलुरू में एफआईआर दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक, बाफना ने महिला टीम की एक इंटरनेशनल खिलाड़ी से इस साल फरवरी में इंग्लैंड सीरीज के बीच फिक्सिंग की बात कही थी।

क्रिकेटर ने एक आरोपी के साथ फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी दी है। स्पोर्ट्स मैनेजर जितेंद्र कोठारी ने सोशल साइट के द्वारा भारतीय खिलाड़ी से संपर्क किया था। इसके बाद उसने बाफना को मैच फिक्स करने के लिए महिला क्रिकेटर को अप्रोच किया। इस मामले में आईसीसी ने भी जांच शुरू कर दी है। इस बीच, तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी फिक्सिंग की जांच चल रही है।

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