सतना/सिंगरौली/छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के लिए बीजेपी (BJP) कांग्रेस (Congress) के महापौर प्रत्याशियों में इस बार कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है. चुनावी दंगल में खुद की जीत तय करने के लिए उम्मीदवार नामांकन दाखिल करने पहुंचे और जीत का दावा किया. सतना, सिंगरौली, छिंदवाड़ा जिले के महापौर प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर प्रचार में जुट गए, तो वहीं कांग्रेस से बगावत कर चुके कांग्रेस के पूर्व मंत्री बसपा में शामिल होकर महापौर प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करते नजर आए.
सतना में त्रिकोणीय मुकावला: नगरी निकाय चुनाव में बीजेपी कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाकर नामांकन दाखिल किया. महापौर पद का प्रत्याशी विधायक को बनाए जाने पर कांग्रेस पार्टी से नाराज पूर्व मंत्री सईद अहमद ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. पूर्व मंत्री कांग्रेस से बगावत कर बसपा में शामिल हुए और महापौर प्रत्याशी के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. बसपा प्रत्याशी ने अपना मुकाबला बीजेपी से माना है. तो वहीं कांग्रेस को दरकिनार कर कहा कांग्रेस तीसरे नंबर पर है. इधर कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ कुशवाहा ने जीत का दावा करते हुए कहा कि बसपा प्रत्याशी को कांग्रेस से ही पहचान मिली है. सिंगरौली जिले के प्रभारी मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह सिंगरौली नगर निगम महापौर प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा का नामांकन दाखिल कराने पहुंचे.
शासकीय कर्मचारी को टिकट: इधर छिंदवाड़ा में भाजपा के महापौर प्रत्याशी अनंत धुर्वे का नामांकन दाखिल कराने मंत्री कमल पटेल पहुंचे. भाजपा में कार्यकर्ताओं टिकट को लेकर नाराजगी सामने आई थी. कुछ तो बगावत भी कर चुके हैं. लगभग 48 वार्डों में उम्मीदवारों ने अलग से फॉर्म भरे हैं. इस पर कमल पटेल ने कहा कि भाजपा में कोई बगावत नहीं है. साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर शासकीय कर्मचारी को टिकट दिए जाने के सवाल को लेकर कहा पहले शासकीय कर्मचारी थे अब भाजपा के कार्यकर्ता हैं.