इंदौर। सोशल मीडिया के वर्तमान दौर में भी जमीनी प्रचार ही सबसे असरदार है. चुनावों को लेकर प्रचार सामग्री की दुकानें खुल गई हैं. इंदौर के राजवाड़ा समेत आसपास के इलाकों में ऐसी करीब एक दर्जन दुकानें हैं जो थोक एवं फुटकर प्रचार सामग्री आर्डर का तैयार करने के साथ ही फुटकर बिक्री करती हैं. लिहाजा इंदौर के ग्रामीण अंचल समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में बड़ी मात्रा में प्रचार सामग्री इंदौर से भेजी जाती है. इस बार नगरीय निकाय चुनावों के पहले पंचायत चुनाव हो रहे हैं. इसलिए पहली बार इन दुकानों पर पंचायतों के चुनाव के लिए प्रचार सामग्री तैयार हुई है.
आम आदमी पार्टी की प्रचार सामग्री को प्राथमिकता: इन दुकानों में चश्मा, गिलास समेत अन्य चुनाव चिन्ह मौजूद हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे ग्राहक भी हैं जो पंचायत चुनाव लड़ने के लिए सीमित मात्रा में प्रचार सामग्री चाहते हैं. लेकिन महापौर के चुनाव घोषित होते ही दुकानदारों की प्राथमिकता अब महापौर के चुनाव की प्रचार सामग्री है. इसलिए सरपंच पद के उम्मीदवारों द्वारा दिए गए ऑर्डर के स्थान पर महापौर के दावेदारों के लिए प्रचार सामग्री तैयार की गई है. यह पहला मौका है जब इंदौर में थोक विक्रेताओं ने आम आदमी पार्टी की प्रचार सामग्री को प्राथमिकता दी है. क्योंकि अब इन दुकानों पर आम आदमी पार्टी के प्रचार संबंधित सामग्री को खरीदने वाले ग्राहकों की भी बड़ी संख्या है.
महंगे दामों में बिक रही प्रचार सामग्री: इस बार पंचायत चुनाव की सामग्री में स्टीकर, गमछे, टोपी, छोटे झंडे और पंपलेट शामिल हैं. यह सरपंच पद के प्रत्याशियों द्वारा सीमित मात्रा में तैयार कराए गए हैं. इसके अलावा यदि चुनाव चिन्ह एक जैसे हैं तो अन्य पंचायतों के दावेदारों को भी यह सामान सप्लाई हुआ है. हालांकि अब चुनावी रंग जिलों में जमने लगा है तो प्रचार सामग्री के दुकानदारों की भी कोशिश है कि बीते 2 सालों में जो चुनाव नहीं हुए उनमें अब प्रचार सामग्री की बिक्री करके नुकसान की भरपाई कर ली जाए. यही वजह है कि प्रचार सामग्री को इस बार तुलनात्मक रूप से महंगे दामों पर बेची जा रही है.