लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उसका सेमीफाइनल यानी निकाय चुनाव इस साल नवंबर-दिसंबर माह में होना है. भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने लोकसभा चुनाव. इसके लिए अभी से बूथ स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. 19 नगर निगमों के अलावा नगर पालिकाओं में भी चुनाव होंगे. यह चुनाव लगभग दो हजार पार्षदों की सीटों और महापौर के लिए होगा. फिलहाल मुरादाबाद छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का सभी नगर निगम में बहुमत है. भाजपा अब इसमें अधिक बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है.
क्षेत्रों में पार्षदों और महापौर के चुनाव का हल्ला शुरू हो गया है. अलग-अलग दलों से पार्षद पद पर चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग अपने-अपने समीकरण सेट करने लगे हैं. इसके अलावा जिन लोगों को महापौर पद पर चुनाव लड़ना है वह भी अपनी तैयारियां कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी भी प्रत्येक चुनाव की तरह इस चुनाव में भी अपनी मशक्कत शुरू कर चुकी है. बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया गया है. कहा गया है कि अभी से इस चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं.
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस चुनाव में भाजपा कम से कम 80 फीसद सीटों को जीत कर एक नया रिकॉर्ड बनाना चाहती है. भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले विरोधी दलों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी करके अपने वर्चस्व को और अधिक कायम करने की कोशिश में लगी है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडे ने बताया कि हमारी तैयारी हर वक्त रहती है. हम केवल चुनाव की बात नहीं करते हम जनता के साथ जुड़े हुए हैं. इस चुनाव में भी हमको जबरदस्त जीत मिलेगी.
अयोध्या नगर निगम होगा इस बार खास : राम मंदिर निर्माण तेज गति से चल रहा है. ऐसे में बाकी नगर निगम के मुकाबले अयोध्या नगर निगम भारतीय जनता पार्टी के लिए खास होगा. भाजपा को इस नगर निगम में जीत दर्ज करने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा. यहां की जीत का संदेश पूरे देश तक जाता है.