भोपाल। राजधानी भोपाल में रिटायर्ड सैनिकों के लिए एक नया संगठन बनाया गया है. इसका नाम है वर्दी संगठन. इस संगठन में सेना और पुलिस के रिटायर्ड अधिकारी जुड़ सकते हैं. संगठन के जरिए मध्यप्रदेश में भूतपूर्व सैनिकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी जाएगी. इस संगठन का निर्माण सेना, एयरफोर्स, नौसेना एवं अन्य पैरामिलिट्री फोर्सेस के साथ पुलिस विभाग के कई लोगों ने मिलकर किया है. इस संगठन के अध्यक्ष मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव हैं.
सैनिकों के अधिकार की लड़ाई: मेजर जनरल श्रीवास्तव मूलत: भोपाल के रहने वाले हैं. 2014 में आर्मी से रिटायर हुए थे. अब रिटायर्ड सैनिकों के अधिकार की लड़ाई लड़ने और सभी की एक जुटता के साथ आवाज उठाने के लिए संगठन का निर्माण किया गया है. श्याम श्रीवास्तव ने संगठन के उद्देश्य को लेकर बताया कि हमारे सैनिक भाई 35 साल की उम्र में रिटायर होकर वापस से समाज में आ जाते हैं. ऐसे में सेना में रहने के कारण वे लोग काफी अनुशासित होते हैं. उनको समाज में कई तरह की समस्याएं भी आती हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों को मिलने वाला आरक्षण समाप्त कर दिया है. इसकी वजह से उन्हें अब जल्दी रोजगार नहीं मिल पाता. इसको लेकर उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री को पत्र भी लिखा है.
शासकीय नौकरियों में मिले आरक्षण: श्रीवास्तव के मुताबिक जो सैनिक सेना की अलग-अलग इकाइयों से रिटायर होकर आते हैं उन्हें पूर्व की तरह ही मध्यप्रदेश में शासकीय नौकरियों में आरक्षण मिले. इसके अलावा उन्होंने राजनीतिक दलों से भी कहा है कि, यदि हमारा कोई रिटायर फौजी चुनाव लड़ना चाहता है तो उसे मौका दिया जाए. संगठन में शामिल होने वाले सदस्यों के लिए शर्त हैं कि आप भले ही किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ हों, लेकिन जब वर्दी संगठन में आएं तो सैनिक के रूप में आएं. उन्होंने कहा कि राजनीति से जुड़कर देश शहर मोहल्ले की सेवा की जा सकती है. आगामी विधानसभा चुनाव में यदि कोई राजनीतिक पार्टी उनके संगठन के किसी व्यक्ति को टिकट देती है तो वह उसका स्वागत करेंगे.