उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय से एक बार फिर छात्रों के बीच मारपीट की घटना सामने आई है. इस बार एबीवीपी के विश्वविद्यालय अध्यक्ष और युवा मोर्चा से जुड़े छात्रों के बीच मारपीट की घटना विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान के बाहर हुई. घटना के दौरान संस्थान में क्लासेस चल रही थीं. मारपीट होने से छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल है.
एबीवीपी और युवा मोर्चा के छात्रों के बीच मारपीट: थाना माधवनगर क्षेत्र के शासकीय विक्रम विश्व विद्यालय परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब परिसर में बने स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के बाहर इंजीनियरिंग के छात्रों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढा कि पहले तो दोनों पक्षों में बहस हुई, बहस के बाद लात घूंसे चले और देखते ही देखते एक दूसरे पर छात्र पत्थर बरसाने लगे. गनीमत रही इस दौरान किसी प्रकार से कोई चोटिल नहीं हुआ, और पुलिस मौके पर पहुंच गई. छात्रों के बीच पत्थरबाजी की पूरी घटना दोपहर 12:30 बजे के करीब की है, जो सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है. थाना माधवनगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए फरियादी की शिकायत पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है.
उज्जैन में पथराव: विक्रम विश्वविद्यालय के एसओईटी इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान के बाहर सोमवार को दोपहर में विद्यार्थी आ रहे थे. इसी दौरान एबीवीपी के विश्वविद्यालय अध्यक्ष राज मेहता ने वहां पहुंच कर छात्रों को कहीं ले जाने के लिए चर्चा की थी. कुछ देर बाद ही इंजीनियरिंग संस्थान पढ़ने वाले युवा मोर्चा से जुड़ा शान लोधी वहां पहुंच गया. दोनों के बीच संस्थान के छात्रों को नहीं ले जाने के लिए कहासुनी हुई. इसी बीच शान लोधी ने संस्थान के मुख्य द्वार का शटर लगा दिया. बताया गया कि दोनों के बीच संस्थान के छात्रों को अन्य जगह ले जाने को लेकर विवाद हुआ था.
विक्रम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान में विवाद: राज मेहता संस्थान के छात्रों को एबीवीपी की बैठक में ले जाना चाहता था. ये जानकारी शान लोधी को मिली तो उसने संस्थान में जाकर छात्र छात्राओं को बैठक में जाने से रोकने के लिए इंजीनियरिंग संस्थान के मुख्य गेट को लगा दिया. कुछ देर बाद ही शान लोधी संस्थान से बाहर आया तो एक बार फिर दोनों के बीच कहासुनी हुई. देखते देखते दोनों छात्र मारपीट पर उतारू हो गए. अचानक हुए घटनाक्रम के कारण संस्थान में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में दहशत फैल गई और दोनों के बीच पथराव हो गया. शान लोधी इंजीनियरिंग संस्थान में ही 8वें सेमेस्टर का छात्र है.
जांच में जुटी पुलिस: विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति अखिलेश कुमार पांडे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि पत्थरबाजी की सूचना मिलते ही मैं खुद मौके पर पहुंचा, और छात्रों को समझाइश दी. इसके बाद कुछ छात्र मौके से चले गए थे. हालांकि पुलिस कार्रवाई इसमें चल रही है. वहीं थाना प्रभारी मनीष लोधी के अनुसार दोनों पक्षों में एक दूसरे के संकाय में बैठने को लेकर ये विवाद हुआ था. उन्होंने कहा कि फिलहाल एक पक्ष की शिकायत पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया है, और पूरे मामले की जांच की जा रही है. सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है.