छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा के काराबोह ग्राम में एक आदिवासी युवती अपने हाथों में मेहंदी लगाए दुल्हन का जोड़ा पहन कर दूल्हे इंतजार में बैठी रही. परंतु बारात दरवाजे पर नहीं आई. जानकारी पर पता चला कि दूल्हा पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर बैतूल में पदस्थ है और उसका किसी महिला आरक्षक से संबंध था. जैसी ही शादी की भनक उस महिला आरक्षक को लगी, तो उसने बैतूल थाने में दूल्हे के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी. जिस पर बैतूल पुलिस ने छिंदवाड़ा पुलिस से संपर्क कर दूल्हे को थाने में बैठा लिया. इस वजह से बारात दुल्हन के दरवाजे नहीं आ सकी.
प्रेमिका ने रुकवा दी शादी: बैतूल में पदस्थ आरक्षक सोनू का एक महिला आरक्षक से संबंध था. इस बात को छिपा कर वह काराबोह में दूसरी लड़की से शादी करने जा रहा था. किसी तरीके से महिला आरक्षक को इस शादी की जानकारी मिल गई और उसने थाने में शिकायत दर्ज करा दी. बैतूल पुलिस ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए छिंदवाड़ा पुलिस से संपर्क कर दूल्हे को थाने में बैठा लिया. यहां बारात के इंतजार में दुल्हन और उसके परिजन रात भर इंतजार करते रहे, जब बारात नहीं आई तो उन्होंने इसकी शिकायत देहात थाने में दर्ज कराई. परिजनों का कहना है कि जब पुलिस का आरक्षक ही इस तरह का धोखा दे सकता है, तो आखिर किस पर भरोसा किया जा सकता है.
दुल्हन करती रही इंतजार, नहीं आई बारात: काराबोह में रहने वाली अंजली भारती का विवाह बैतूल पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक सोनू सलकिया निवासी छिंदा शिवपुरी के साथ तय हुआ था. रविवार को दोनों का विवाह था, वधु पक्ष ने बारात की अगवानी की तैयारियां कर ली थी. पंडाल सजकर तैयार था, सभी मेहमान आ चुके थे. घराती पक्ष का खाना भी शुरू हो गया, दुल्हन सजधज कर अपने कमरें में बारात आने का इंतजार कर रही थी. लेकिन देर रात तक दुल्हन के दरवाजे पर बारात नहीं पहुंची. बाद में जब लडक़ी के पिता ने दूल्हे पक्ष से फोन पर बात की, तो उन्हें यह सूचना दे दी गई कि हम बारात लेकर नहीं आ सकते, जिसे सुनकर हर कोई सन्न रह गया.