वैशाख का महीना शुरु हो चुका है. हिंदू कैलेंडर 2022 में अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है.
ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, ये त्योहार अप्रैल या मई के महीने में मनाया जाता है. इस बार ये त्योहार 3 मई, मंगलवार के दिन बेहद ही धूम-धाम से मनाया जाएगा. ज्योतिषी गणना के अनुसार, अक्षय तृतीय इस बार मंगल रोहिणी नक्षत्र के शोभन योग में मनाई जाएगी. इस अक्षय तृतीया के अबूझ मुहूर्त को उपासना, दान जप करते हुए इसका पूर्ण फल लेना चाहिए. इस दिन किए गए किसी भी तरह के जप, यज्ञ तर्पण या दान का फल कभी भी खत्म नहीं होता.
मां लक्ष्मी का करें ध्यान, सुने कनकधारा
अक्षय तृतीया के दिन आदि शंकराचार्य के कनकधारा स्तोत्रम सुने या फिर ध्यान करें. अपनी सारी इच्छाओं को लिखें मां लक्ष्मी के सामने रखें. ये एक बहुत ही कारगर उपाय है. इससे मां लक्ष्मी आपकी मनोकामना पूरी करती हैं.
सूर्य देव को दें अर्घ्य
इस दिन की शुरुआत सूर्य देव को अर्घ्य अर्पण करके करें. सूर्य देव का सम्मान आपको अपराजेय जीत दिलाता है. आरोग्यता प्रदान करने वाले सूर्य देव की कृपा से आप सदैव निरोगी रहते हैं. इसके साथ ही अगर आप गायत्री मंत्र का जाप करेंगे तो वो आपके लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक साबित होगा. माना जाता है कि इस दिन गायत्री मंत्र का जाप करने से सूर्य भगवान की कृपा प्राप्त होती है.
दान करें, जल पिलाएं
अक्षय तृतीया के दिन विशेष रूप से दान देना चाहिए. इस दिन प्यासे को जल पिलाने से बहुत पुण्य मिलता है. जल से जुड़े दान का भी प्रावधान है जिसमें घड़ा, सुराही शामिल है. आज के युग में पानी की बोतल, वाटर फिल्टर जल रखने वाले पात्र देने चाहिए.
ऑनलाइन निवेश करें
अक्षय तृतीया के दिन निवेश को लेकर भी प्लान करना चाहिए. आज के हालातों को देखते हुए ऑनलाइन निवेश जरूर करें. अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में किया गया निवेश कभी घाटा नहीं देता यानी कभी उसका क्षय नहीं होता. ये भविष्य में लाभकारी सिद्ध होता है. अक्षय तृतीया पर शुरू किया गया कोई भी काम आपको असीम आयाम दिलाता है. इसलिए, हमें यही कोशिश करनी चाहिए कि हम समृद्धि, खुशी, करुणा सफलता से जुड़े काम ही करें.