नई दिल्ली, 14 सितंबर 2019, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि देश को एकजुट करने का काम अगर कोई भाषा कर सकती है तो वह हिंदी है. हिंदी दिवस के मौके पर उन्होंने राष्ट्र को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारत कई भाषाओं का देश है और हर किसी का अपना महत्व है. लेकिन पूरे देश में एक भाषा का होना बेहद जरूरी है, जो दुनिया में उसकी पहचान बने. आज भारत को एकता की डोर में बांधने का काम कोई भाषा कर सकती है तो वह हिंदी है.
उन्होंने महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल के सपनों को साकार करने के लिए रोजमर्रा के कामों में हिंदी का इस्तेमाल बढ़ाने पर जोर दिया. हिंदी देश की 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है. हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है.
शाह ने कहा, ‘आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं देश के सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि हम अपनी-अपनी मातृभाषा के प्रयोग को बढ़ाएं और साथ में हिंदी भाषा का भी प्रयोग कर पूज्य बापू और लौह पुरुष सरदार पटेल के देश की एक भाषा के स्वप्न को साकार करने में योगदान दें. हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं’. उन्होंने कहा, ‘इस दुनिया में कई देश हैं जिनकी भाषाएं विलुप्त हो गई हैं. जो देश अपनी भाषा खोता है वह अपना अस्तित्व भी खो देता है. जो देश अपनी भाषा खो देता है, वह अपनी संस्कृति को संरक्षित नहीं कर सकता.
हिंदी दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसकी अहमियत देश को बताई. उन्होंने ट्वीट में लिखा, हिंदी दिवस पर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई. भाषा की सरलता, सहजता और शालीनता अभिव्यक्ति को सार्थकता प्रदान करती है. हिंदी ने इन पहलुओं को खूबसूरती से समाहित किया है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इस मौके पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा, ‘आशा-अभिलाषा है हिंदी, सबको साथ लेकर चलनेवाली भाषा है हिंदी. हिंदी साहित्य की सेवा में लगे हुए सभी लेखकों, कवियों और पत्रकारों को नमन करते हुए देशवासियों को हिंदी-दिवस की शुभकामनाएं.’