नई दिल्ली : देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में बताया कि भारत में इस साल इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 162 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.
प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में गडकरी ने सदन को बताया कि साल दर साल इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड बढ़ रही है. इलेक्ट्रिक टूव्हीलर की बिक्री पांच गुना से अधिक 423 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा थ्रीव्हीलर की बिक्री में भी 75 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. फोर व्हीलर वाहनों की बिक्री में 238 प्रतिशत और बसों में 1,250 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि 13 मार्च 2021 तक देश में 1,742 चार्जिंग स्टेशन बनाए जा चुके हैं और अभी तक कुल 10,95,746 इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया गया है. बैटरी एक्सचेंज पॉलिसी के बारे में नितिन गडकरी ने बताया कि लगभग 85 प्रतिशत लिथियम आयरन बैटरी का निर्माण भारत में किया जा रहा है. बैटरी की चार्जिंग क्षमता पर उन्होंने बताया कि सरकार ने लिथियम आयरन बैटरी के लिए मानक तय किए हैं. अगर कोई निर्माता तय मानक के मुताबिक काम नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
हर 40 किमी पर चार्जिंग की व्यवस्था कर रही है NHAI : परिवहन मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए ग्रीन एनर्जी का उपयोग किया जाए. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार नए स्टार्टअप और नए रिसर्च को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने दावा किया कि सरकार उपभोक्ताओं के लिए ऐसी तकनीक डिवेलप करने के लिए काम कर रही है, जिनमें उन्हें आर्थिक राहत मिले और चार्जिंग की प्रक्रिया सुविधाजनक हो जाए. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एनएचएआई हर 40 किलोमीटर पर चार्जिंग और अन्य सुविधाएं विकसित कर रहा है. सरकार इसके लिए सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग करने की कोशिश कर रही है.