इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित मूवमेंट के मद्देनजर इंदौर के देवी अहिल्या अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को बोइंग विमान के मूवमेंट के हिसाब से अपग्रेड किया जा सके. इसलिए 15 जून तक रनवे के विस्तारीकरण को लेकर एयरपोर्ट रात में बंद रहेगा. यह पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री के नए विमान को उतारने के लिहाज से किसी एयरपोर्ट को बंद करना पड़ रहा हो.
28 मार्च से शुरु हुआ कार्य: इंदौर एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक देवी अहिल्याबाई होलकर अंतराष्ट्रीय विमानतल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया विमान आसानी से लैंड किए जाने के बाद टर्न ले सके, इसके लिए रेनवे के आखिरी छोर की चौड़ाई को बढ़ाने का काम 28 मार्च से रात में शुरू किया गया है. इस कार्य को पूरा करने के लिए रनवे रात 11:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक के लिए बंद करना पड़ रहा है. इस स्थिति के मद्देनजर रात में लैंड होने वाली विभिन्न फ्लाइट और अन्य विमान कंपनियों ने भी अपने शेड्यूल को इस समय के अंदर रीशेड्यूल किया है.
आसानी से उतर सकेंगे बड़े बोइंग विमान: इंदौर एयरपोर्ट पर अपग्रेडेशन का निर्माण कार्य पूरा होने के पहले ही प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए 2 बोइंग 777 विमान खरीदे गए हैं. पहला विमान 1 अक्टूबर 2021 को अमेरिका से लाया गया था, जिसको देश के प्रमुख एयरपोर्ट पर ले जाने की प्रैक्टिस भी हुई थी. इसके बाद से ही इंदौर एयरपोर्ट के रनवे को इस हिसाब से तैयार किया जा रहा है, कि भविष्य में यहां आसानी से बड़े बोइंग विमान उतर सकेंगे. इसके लिए इंदौर एयरपोर्ट पर बड़ी फ्लाइट के लिहाज से रनवे के आखिरी छोर का विस्तार किए जाने के साथ आखरी छोर पर नए सिरे से टर्न भी बनाया जा रहा है.
15 जून तक तैयार होगा रनवे: निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए एजेंसी ने 15 जून तक का समय निर्धारित किया है. 15 जून के बाद रात में 11:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक फिर एयरपोर्ट पर फ्लाइट का मूवमेंट शुरू हो जाएगा. विगत दिनों पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोइंग विमान एयर फोर्स 1 बोइंग 777 ने इंदौर में उड़ान भरी थी. इस दौरान रनवे के बोइंग 777 विमान उतरने के लिए मुनासिब नहीं होने के कारण यह विमान इंदौर एयरपोर्ट का चक्कर लगाकर वापस दिल्ली रवाना हो गया था. इसके बाद से ही इंदौर एयरपोर्ट के विस्तार की कवायद शुरू हो गई. अब जबकि पीएमओ के निर्देश के बाद भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने इस काम को तेजी से कराने का फैसला किया है, तो माना जा रहा है कि 15 जून तक नया रनवे और रनवे के आखिरी छोर पर विमान के मुताबिक टर्नर का निर्माण कर लिया जाएगा.
जानें पीएम मोदी के विमान की खासियत: प्रधानमंत्री मोदी का नया विमान, एयर फोर्स वन बोइंग 777 एयरक्राफ्ट 35000 फीट की ऊंचाई पर 1013 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. यह अधिकतम 45100 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है साथ ही एक बार में यह विमान 6800 मील की दूरी तय कर सकता है. यह आसानी से भारत से अमेरिका तक का पूरा सफर कर सकता है, साथ ही इस विमान में हवा में भी ईंधन भरा जा सकता है. इस विमान के अंदर मीटिंग रूम, कॉन्फ्रेंस रूम सहित कई आरामदायक सुविधाएं भी हैं. हवा में रहते हुए भी इसमें ऑडियो और वीडियो कॉल किए जा सकते हैं, इसके संचालन पर प्रति घंटे करीब ₹13000000 का खर्च होना बताया जाता है. जो अब मध्यप्रदेश में भी आसानी से लैंड कर सकेगा.
स्क्रीनिंग मशीन लगाने का काम अंतिम दौर में: इंदौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अब लगेज स्क्रीनिंग मशीन लगाने का काम भी किया जा रहा है. जिससे यात्रियों को अपने लगेज की स्कैनिंग कराने के लिए काफी देर तक लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. बोर्डिंग पास काउंटर से ही यात्रियों का लगेज स्क्रीन होने के बाद एयरक्राफ्ट तक पहुंचा कर लोड कर दिया जाएगा. इस दौरान यदि किसी लगेज में कोई अन्य वस्तु होने की आशंका पाई जाती है, तो उसे स्क्रीनिंग मशीन के पास बुलवा कर सामान का फिजिकल वेरिफिकेशन किया जा सकेगा.
यात्रियों को होगी सुविधा: फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद जांच एजेंसियों के संतुष्ट होने के बाद ही लगेज को आगे बढ़ाया जा सकेगा. इस कार्य को पूरा करने के लिए भी डेढ़ महीने का समय लगना है. इसके बाद यात्रियों को सामान की स्क्रीनिंग के लिए स्पिनिंग मशीन के पास खड़े होने और फिजिकल स्क्रीनिंग कराने की परेशानी भी खत्म हो जाएगी. गौरतलब है देश के बड़े एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग मशीन मौजूद हैं, संभवत प्रदेश में इंदौर ऐसा पहला एयरपोर्ट होगा जहां स्कैनिंग मशीन लग रही है एवं बोर्डिंग पास के स्थान पर ही यात्रियों को लगेज सौंपने की सुविधा यहां मिल सकेगी.