यरुशलम: इजरायल के प्रधान मंत्री नफ्ताली बेनेट कि कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है इसीलिए उन्होंने अपनी पहली भारत यात्रा को स्थगित कर दिया है. पीएम बेनेट के कार्यालय ने मंगलवार को इसकी अधिकारिक सूचना जारी की है. 50 वर्षीय बेनेट दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर 3 से 5 अप्रैल तक भारत के दौरे पर आने वाले थे.
इजरायल पीएम कार्यालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “प्रधानमंत्री बेनेट की भारत यात्रा स्थगित कर दी गई है और इसे पुनर्निर्धारित किया जाएगा. रविवार को पीएम बेनेट की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. हालांकि प्रधान मंत्री अभी अच्छा महसूस कर रहे हैं और घर से ही काम करेंगे. हमें आपको यह बताते हुए खेद है कि इज़राइल के पीएम नफ़ताली बेनेट की भारत यात्रा को कोविड -19 के कारण स्थगित कर दिया गया है. प्रधान मंत्री की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. भारत में इज़राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने एक बयान में कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अब उनकी यात्रा कब होगी.
गिलोन ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच राजनयिक संबंधों के 30 साल के जश्न के साथ-साथ भारत की आजादी के 75 साल के जश्न के हिस्से के रूप में यात्रा के लिए एक अगली तारीख तय करने के लिए अपने भारतीय भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं. इज़राइल अपनी मजबूत दोस्ती और बढ़ती साझेदारी को मजबूत करना जारी रखेगा. द टाइम्स ऑफ इज़राइल अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, दो घातक आतंकी हमलों में छह इजरायलियों के मौत के बाद, रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने इजरायल में अस्थिर सुरक्षा स्थिति के कारण भारत की अपनी नियोजित यात्रा को स्थगित कर दिया था. उसके दूसरे ही दिन पीएम की यात्रा रद्द होने की सूचना आयी है. जून 2021 में प्रधान मंत्री बने बेनेट की पहली यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच नवाचार और प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और साइबर, और कृषि और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना था.
बेनेट ने पिछले सप्ताह अपनी यात्रा की घोषणा करते हुए कहा था, “मैं अपने मित्र पीएम मोदी के निमंत्रण पर भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा करने के लिए बेहद रोमांचित हूं और साथ ही हम अपने देशों के बीच संबंधों को आगे मजबूती से बढ़ाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने भारत और इज़राइल के बीच संबंधों को फिर से शुरू किया और यह काफी महत्वपूर्ण है. हमारी दो अनूठी संस्कृतियों भारतीय संस्कृति और यहूदी संस्कृति के बीच संबंध गहरे हैं और वे गहरी प्रशंसा और सार्थक सहयोग की उम्मीद करते हैं.
दोनों नेताओं ने पहली बार पिछले साल अर्थात नवंबर 2021 में ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) के दौरान मुलाकात की थी. उस दौरान उन्होंने उच्च-प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करने के अलावा द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की थी. जुलाई 2017 में प्रधान मंत्री मोदी की इज़राइल यात्रा के दौरान भारत और इज़राइल ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को एक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया. तब से दोनों देशों के बीच नॉलेज अर्थात ज्ञान-आधारित पार्टनरशिप के विस्तार पर केंद्रित किया है. जिसमें इनोवेशन और अनुसंधान में सहयोग भी शामिल है. जिसमें ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देना शामिल है. पीएम बेनेट ने पहले भारत और इज़राइल के बीच मजबूत रिश्ते को दिल से जुड़ा है न कि हितों से. पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को “एक नई उंचाई पर ले जाने के लिए साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया था. हालाँकि भारत ने इज़राइल को 1950 में मान्यता दी थी, लेकिन 1992 में पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित किए गए.