नई दिल्ली| पांच राज्यों में चुनावी हार के बाद कांग्रेस को लगेगा एक और झटका लगने जा रहा है। पंजाब के विधानसभा चुनाव नतीजों में कांग्रेस को हार और आम आदमी पार्टी की जीत के बाद 31 मार्च को राज्यसभा में कांग्रेस एक बार फिर ये झटका लगने जा रहा है। जहां पंजाब की सभी 5 सीटों के चुनाव आप एक बार फिर जीतती नजर आएगी। वहीं 13 सीटों में से कांग्रेस अपनी 6 में से सिर्फ 2 सीट कायम रखने में सफल हो सकती है। यदि ऐसा हो गया तो राज्यसभा में भाजपा, कांग्रेस, डीएमके और टीएमसी के बाद 8 सदस्यों वाली आप सबसे बड़ी पार्टी हो जाएगी।
दरअसल, 31 मार्च को राज्यसभा की 6 राज्यों की 13 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। पंजाब की पांच राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने राज्य की तीन सीटों के एक साथ और दो सीटों के एक साथ चुनाव कराने का फैसला किया है। विधानसभा चुनाव के ताजा नतीजों के चलते पांचों सीटें आप के खाते में जाती दिख रही है। यहां पर फिलहाल कांग्रेस और शिरोमणी अकाली दल के पास दो-दो और भाजपा का एक सीट पर कब्जा है।
पंजाब में 3 और 2 सीटों के लिए अलग-अलग चुनाव हो रहे हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए निर्धारित फामूर्ले के तहत 3 सीटों वाले चुनाव पर एक सीट के लिए 30 विधायकों की जरूरत होगी। जबकि 2 सीट वाले चुनाव में एक सीट जीतने के लिए 40 विधायकों की जरूरत होगी। आप के पास पंजाब में फिलहाल 92 विधायक है। वहीं कांग्रेस के पास महज 18 विधायक है। ऐसे में आप पांचों सीट पर कब्जा जमा सकती है।
वहीं राज्यसभा की सीटों के लिय अन्य राज्यों में होने जा रहे चुनाव में 13 सीटों पर भाजपा की जीत हो सकती है। असम, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश की तीन सीटों पर भाजपा चुनाव जीत रही है। जबकि पंजाब की एक सीट हाथ से निकल रही है। इस तरह से भाजपा को कुल 2 सीट का फायदा होता दिख रहा है। जबकि कांग्रेस के हाथ से पंजाब की 2 असम और हिमाचल प्रदेश में एक-एक सीट का नुकसान हो रहा है। जबकि केरल व असम में एक-एक सीट बचा सकती है।
खासबात ये है कि इस पूरे साल में राज्यसभा से 70 सांसद रिटायर होंगे, जिनके लिए फिर से चुनाव कराए जाएंगे। जहां अगस्त तक चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। सबसे बड़ी बात है यह कि इसमें उत्तरप्रदेश की 11 सीटें, राजस्थान की 4, मध्यप्रदेश की 3 और छत्तीसगढ़ की 2 सीटें भी शामिल है। यहां भी कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ेगा।
गौरतलब है कि 31 मार्च के राज्यसभा में पार्टियों की स्थिति वर्तमान से तुलना करें तो भाजपा के पास फिलहाल 97 सीटें है जो बढ़कर 99 हो जाएंगी, इसी तरह कांग्रेस के पास 34 सीटें हैं जो घटकर 30 हो जायेगी। टीएमसी के पास 13 सीटें हैं जो बरकरार रहने जा रही हैं इसी तरह डीएमके 10,आप 8 सीटों पर पहुंच जाएगी और टीआरएस 6 सीटों, वाईएसआर कांग्रेस 6 भी सीटों के आंकड़े पर रहेगी।