रीवा। विंध्यवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. रीवा के गोविंदगढ़ में एमपी की सबसे बड़ी रेलवे टनल लगभग बन गई है. पश्चिम मध्य रेलवे की ललितपुर-सिंगरौली रेलवे परियोजना के अंतर्गत गोविंदगढ़ में स्थित छुहिया पहाड़ में बनने वाली लंबी रेलवे टनल का कार्य तकरीबन 99 फीसदी तक पूरा हो चुका है. इसके लिए रेलवे विभाग के द्वारा 107 करोड़ की लागत तय की गई थी. ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना को पूरा करने के लिए गोविंदगढ़ में स्थित छुहिया घाटी के नीचे बन रही रेलवे टनल का कार्य दिल्ली की एक निजी कंपनी को सौंपा गया था.
छुहिया पहाड़ पर 3300 मीटर लबी सुरंग का निर्माण
केंद्र सरकार ने ललितपुर से सिंगरौली को जोड़ने के लिए महत्वकांक्षी रेल परियोजना की शुरुआत की थी. इसके तहत पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा उत्तर प्रदेश के ललितपुर से मध्य प्रदेश के सिंगरौली के बीच रेल लाइन बिछाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इस रेल लाइन की सबसे खास बात यह है कि दोनों प्रदेशों को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का ट्रैक रीवा से होकर गुजरेगा जिसके लिए रीवा के गोविंदगढ़ स्थित छुहिया पहाड़ में प्रदेश की सबसे बड़ी रेलवे टनल का निर्माण कार्य किया गया है. तमाम तरह की अड़चनों के बाद भी आखिरकार रेलवे की लंबी सुरंग का निर्माण कार्य पूरा होने को है. इसकी लंबाई 3300 मीटर की बताई जा रही है.
यात्रियों को होगी सुविधा
ललितपुर-सिंगरौली को जोड़ने वाली इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य रीवा रेलवे स्टेशन का विस्तार करने का है. इसका फायदा रीवा से चलने वाले यात्रियों को मिलने वाला है. छुहिया घाटी पहाड़ पर बनने वाली रेलवे टनल के निर्माण का कार्य दिल्ली की एक निजी निर्माण एजेंसी को सौंपा गया है. निर्माण काम लगभग पूरा हो जाने के चलते रेलवे अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है.
ललितपुर सिंगरौली रेल लाइन को जोड़ने वाले सबसे बड़े
107 करोड़ की लागत से बन रही है रेलवे टनल
निर्माण एजेंसी के अनुसार, 107 करोड़ रुपए की भारी भरकम लागत से इस रेलवे टनल का निर्माण किया जा रहा है. इसकी ऊंचाई 8 मीटर और 8 मीटर ही इसकी चौड़ाई रखी गई है. छुहिया पहाड़ की ऊंचाई 268 फीट है, टनल का दूसरा छोर बघवार में है. रीवा को सीधी और शहडोल से जोड़ने वाली यह छुहिया घाटी तकरीबन 10 किलोमीटर से ज्यादा की है. इस रास्ते से रोजाना हजारों मालवाहक व अन्य वाहन गुजरते हैं. रीवा से छुहिया घाटी की दूरी लगभग 20 किलोमीटर की है. इसे मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी और लंबी रेलवे टनल माना जा रहा है. छुहिया घाटी में बनकर तैयार हो रही रेलवे सुरंग में लोग गोविंदगढ़ से प्रवेश कर बघवार में निकल सकेंगे.
तेजी से हो रहा पटरियों को बिछाने का काम
रेलवे टनल लगभग अपने अंतिम पड़ाव पर है, अब बहुत जल्द ही ललितपुर से सिंगरौली को जोड़ने वाली इस रेल परियोजना की शुरुआत की जाएगी. जिसके लिए रीवा रेलवे स्टेशन का विस्तार भी किया जा रहा है. साथ ही ललितपुर से सिंगरौली को जोड़ने वाली रेल परियोजना और गोविंदगढ़ में रेल की पटरियों को बिछाने का काम रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है. निर्माण एजेंसी की माने तो जल्द ही इस टनल को पश्चिम मध्य रेलवे के हैंडओवर कर दिया जाएगा.
गोविंदगढ़ में छुहिया पहाड़ पर बन रही 3300 मीटर लंबी टनल
ललितपुर सिंगरौली रेल लाइन को जोड़ने वाले सबसे बड़े टनल की खासियत
• एमपी की सबसे बड़ी और लंबी रेल टनल • रीवा के गोविंदगढ़ स्थित छुहिया घाटी में तैयार की गई टनल • 107 करोड़ की लागत से बनी रेलवे टनल • 3300 मीटर है टनल की लंबाई • 8 मीटर ऊंचाई और 8 मीटर चौड़ाई है रेल टनल की• 268 फिट ऊंचे छुहिया पहाड़ को नीचे से काट कर बनाई गई टनल • टनल में होगा सिंगल रेलवे ट्रैक • पहाड़ के ऊपर से गुजरते हैं वाहन नीचे से निकलेगी ट्रेन • दिल्ली की निजी कंपनी के द्वारा किया जा रहा रेलवे टनल का कार्य