लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया से पहले सीएम योगी ने औपचारिक रूप से राजभवन में अपना इस्तीफा दे दिया. राजभवन पहुंचने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों मंत्रियों के साथ आखिरी कैबिनेट बैठक की.
पांच साल तक सरकार चलाने में पूरी तरह से सहयोग करने के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य डॉक्टर दिनेश शर्मा सहित अन्य सभी मंत्रियों के प्रति आभार प्रकट किया. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश शासन के अधिकारी कर्मचारी करने के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य डॉक्टर दिनेश शर्मा सहित अन्य सभी मंत्रियों के प्रति आभार प्रकट किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को इस्तीफा देने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी मंत्रिमंडल यानी योगी सरकार पूरी तरह से भंग हो गई है.
नई सरकार के गठन तक योगी आदित्यनाथ कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में सरकार चलाने का काम करेंगे. अगले कुछ दिनों में नई सरकार के गठन से पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक होगी. जिसमें विधायक दल का नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी होगी और फिर शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
योगी ने दिया इस्तीफा
कैबिनेट मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी को अपार जन समर्थन एवं आशीर्वाद प्रदान करने के लिए जनता जनार्दन का अभिनंदन करते हुए आभार प्रकट किया गया है.
मंत्रिपरिषद ने नेतृत्व एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है. विधानसभा चुनाव सकुशल संपन्न कराने के लिए राज्य मंत्रिपरिषद ने भारत निर्वाचन आयोग एवं निर्वाचन से जुड़े हुए सभी अधिकारियों/कर्मचारियों, केंद्रीय पुलिस कर्मियों/ राज्य पुलिस कर्मियों और इससे जुड़े अन्य सभी को हृदय से धन्यवाद दिया है.
बैठक में पारित प्रस्ताव में उल्लेखित किया गया है कि प्रदेश की जनता ने न केवल भारतीय जनता पार्टी की नीतियों में विश्वास व्यक्त करते हुए उसे प्रचंड बहुमत देकर प्रदेश में सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त किया है. अपितु अन्य दलों को ये संदेश भी दे दिया है कि अब प्रदेश में विकास एवं सुशासन के अलावा खोखले नारों, जातिवाद एवं परिवारवाद के लिए कोई स्थान नहीं है.
मीटिंग में कहा गया है कि सुरक्षा, सुशासन, विकास और गरीबों के सशक्तीकरण के संकल्प के साथ प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने दिनांक 19 मार्च 2017 को कार्यभार ग्रहण किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास के मूल मंत्र को अंगीकृत कर विगत पांच सालों में प्रदेश सरकार ने प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर वातावरण उपलब्ध कराते हुए बिजली, पेयजल, स्वच्छता, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य और राशन जैसी मूलभूत सुविधाओं, विभिन्न विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने का भरपूर प्रयास किया. कृषि, अवस्थापना विकास, उद्योग, रोजगार सृजन और समाज के सभी कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा किये गये प्रयासों से उत्तर प्रदेश में सकारात्मक बदलाव आया है.
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमण्डल के सदस्यों का त्याग-पत्र स्वीकार कर लिया है. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 11 मार्च 2022 से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों का त्याग-पत्र स्वीकार किया है और ये भी आदेश दिये हैं कि वो अन्य व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की क्षमता से अपने मंत्रिमंडल के साथ यथावत शासन का कार्य देखते रहें.