भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार पूर्व विधायकों को सम्मानित करने जा रही है. आज यानी 3 मार्च को विधानसभा में उनका सम्मान किया जाएगा. विधानसभा सचिवालय ने प्रदेश के सभी पूर्व विधायकों के लिए “गेट टू गेदर” रखा है. इसमें करीब 600 पूर्व विधायकों को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा सभी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को भी विशेष आमंत्रण भेजा गया है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बुलाया गया है, हालांकि उनका शामिल होना मुश्किल लग रहा है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि कार्यक्रम में पूर्व विधायकों द्वारा लंबे वक्त से की जा रही मांगों को लेकर कोई ऐलान हो सकते हैं.
पूर्व विधायकों ने सामने रखी थीं कई मांगें
प्रदेश के पूर्व विधायक लंबे वक्त से छूट और सुविधाआं की मांग करते आ रहे हैं. इसको लेकर उन्होंने पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को पत्र भी लिखा था. उनकी मांग है कि विधानसभा के रेस्ट हाउस में रुकने के लिए किराया न लिया जाए. अभी पूर्व विधायकों को पहले तीन दिन 20 रुपए रोज और इसके बाद तीन दिन 50 रुपए और इसके बाद 100 रुपए रोज के हिसाब से किराया देना पड़ता है. साथ ही मांग की है कि विधानसभा दफ्तर में होने वाले चाय नाश्ते का खर्च भी विधानसभा कार्यालय उठाए. विधायकों ने सड़कों पर टोल टेक्स से छूट और पेंशन बढ़ाने की भी मांग की थी.
कोरोना के चलते नहीं हो सका था सम्मान
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बताया कि उन्होंने अध्यक्ष पद संभालने के बाद सभी पूर्व विधायकों को पत्र लिखा था. जिसमें कहा गया था कि आपने विधानसभा के कई सत्रों को देखा है. विधानसभा की प्रणाली और कार्रवाई को आगे ले जाने में मदद मिल सके, तो अपना मार्गदर्शन दें. उस वक्त पूर्व विधायकों ने कहा था कि इसके लिए सभी पूर्व विधायकों को बुलाया जाए. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें बुलाना संभव नहीं हो पाया. चूंकि अब कोरोना का असर कम हो गया है, इसलिए उन्हें बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि इसे सम्मेलन न कहें, बल्कि यह “गेट टू गेदर” है, इसमें सभी पूर्व विधायकों को सम्मानित किया जाएगा.